आखिर क्यों चल रहीं ‘उड़ाने’ वाली सर्द हवाएं? कांपने लगे दिल्लीवाले

आखिर क्यों चल रहीं ‘उड़ाने’ वाली सर्द हवाएं? कांपने लगे दिल्लीवाले

बीते दो दिनों से सर्द हवाओं से वापस तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. इसके पीछे कई कारण हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो अभी तीन से चार दिन मौसम ऐसा ही रहने वाला है.

सुबह-सुबह घर से निकलने से पहले एक बार बालकनी या खुली जगह जरूर जाएं. इससे मौसम का अनुमान लग जाएगा. और फिर आप गफलत में रहने के बजाय ठंड से बचाव वाले कपड़े पहनकर ही बाहर आएंगे. बीते 2 दिनों से उत्तर भारत के लोग ठंड से दोबारा कांपने लगे हैं.

बीते एक हफ्ते से ठंड कम हो गई थी. लोगों ने गर्म कपड़े धुलकर वापस रख दिए थे. लेकिन आज वो दोबारा बाहर आ गए. सर्द हवाओं के कारण पारा काफी गिर गया है. इसके पीछे क्या कारण है? दो दिनों से अचानक सर्दी क्यों बढ़ गई है? गूगल में जाकर लोग फिर से ऐसे सवाल के जवाब तलाश रहे है.

अलनीनो बढ़ा रहा गर्मी

दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारतीय क्षेत्र में मौसम बदला है. कुछ क्षेत्रों में फरवरी की शुरुआत से ही गर्मी महसूस हो रही थी. हम यहां पर एक और रिपोर्ट का जिक्र करेंगे जिसमें कहा गया था कि इस साल भयंकर गर्मी पड़ने वाली है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो इस बार गर्मी सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी.

अभी जो डेटा सामने आया है उसमें अल नीनो का जलवायु पैटर्न (El Nino climate pattern) इसी ओर इशार कर रहा है. हालांकि उन्होंने कहा कि कुछ दिन और इंतजार करना होगा. अगर यह पूरी तरह से प्रभावी हो जाएगा तो इसका असर न सिर्फ अधिक तापमान पर होगा बल्कि मानसून भी प्रभावित हो जाएगा.

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ये मैप बता रहा है कि कैसे हवाएं बह रही हैं.

क्यों चल रही हैं सर्द हवाएं?

https://www.windfinder.com/ के अनुसार अभी 20 kmph की रफ्तार से हवाएं बह रही हैं. आगे आने वाले दिनों में ये आंकड़ा 30 तक जाएगा जिससे हवाएं और तेज चलने का अनुमान है. हवाओं का जो डायेरक्शन है वो इशारा कर रहा है कि आगे आने वाले दिनों में पहाड़ों से उठकर ये हवाएं उत्तरी भारत का पारा गिराएगी. बीते दो दिनों से सर्द हवाओं के पीछे पर्वतीय राज्यों में बारिश और बर्फबारी अहम कारण हैं.

मौसम विभाग की रिपोर्ट है कि अगले पांच दिनों में ज्यादातर राज्यों के मौसम में थोड़ा बदलाव होगा, लेकिन पर्वतीय राज्यों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. IMD ने अरुणाचल प्रदेश में पांच दिनों के लिए बारिश की चेतावनी जारी की है और तूफान की आशंका है.

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ये मैप दिखा रहा है. मिनिमम टेंपरेचर कितना रहेगा.

पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और बारिश

पिछले 24 घंटों में जम्मू कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में हल्की बारिश और बर्फबारी हुई है. यहां से उठने वाली हवाओं ने पूरे उत्तर भारत के मौसम पर असर डाला है. जहां बर्फबारी से हिमाचल और उत्तराखंड में लोगों को परेशानी हुई है. वहीं शीतलहर के प्रकोप में पूरा उत्तर भारत है.

मौसम विभाग ने यह भी जानकारी दी है कि 14 फरवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) आएगा जोकि मौसम में बदलाव लाएगा. 15-16 फरवरी को कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है.