बढ़ती महंगाई ने दिया भारत की ग्रोथ को झटका, GDP में भी फिर आई गिरावट

बढ़ती महंगाई ने दिया भारत की ग्रोथ को झटका, GDP में भी फिर आई गिरावट

सांख्यिकी मंत्रालय की ओर जारी किए डेटा के अनुसार अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए भारत की जीडीपी घटकर 4.4 फीसदी रह गई. वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में कांस्टैंट प्राइस के आधार पर जीडीपी 40.19 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.

India Q3 GDP Data : बढ़ती हुई महंगाई के बीच भारत की ग्रोथ को फिर से झटका लगा है. मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में देश की जीडीनी 4.4 फीसदी रह गई है. वहीं दूसरी ओर कोर सेक्टर में में राहत की सांस देखने को मिली है. फर्टीलाइजर्स, कोल और इलेक्ट्रीसिटी के प्रोडक्शन में तेजी देखने को मिली है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर सरकार ने देश के आंकड़ें किस तर​ह के देखने को मिले हैं.

जीडीपी में आई गिरावट

मंगलवार को सांख्यिकी मंत्रालय की ओर जारी किए डेटा के अनुसार अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए भारत की जीडीपी घटकर 4.4 फीसदी रह गई. सरकारी आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में कांस्टैंट प्राइस के आधार पर जीडीपी 40.19 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि 2021-22 की तीसरी तिमाही में 38.51 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 4.4 फीसदी की वृद्धि हुई है. 2022-23 की तीसरी तिमाही में करंट प्राइस के आधार पर जीडीपी 69.38 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि 2021-22 की तीसरी तिमाही में यह 62.39 लाख करोड़ रुपये था, जो 11.2 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है. आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 23 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है. वहीं वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आर्थिक विकास को पहले के 8.7 फीसदी से संशोधित कर 9.1 फीसदी कर दिया गया है।

कोर सेक्टर में तेजी

मिनि​स्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इडस्ट्री ने 28 फरवरी को जानकारी देते हुए कहा कि जनवरी के लिए आठ प्रमुख उद्योगों (आईसीआई) का भारत का संयुक्त सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.8 फीसदी प्रतिशत बढ़ा है. सरकारी आंकड़ों में कहा गया है कि अप्रैल-जनवरी 2022-23 के लिए आईआईपी में 7.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जनवरी 2022 के सूचकांक की तुलना में जनवरी 2023 में आठ प्रमुख उद्योगों (ICI) का संयुक्त सूचकांक 7.8 प्रतिशत (अनंतिम) बढ़ा. आठ प्रमुख उद्योगों में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में शामिल वस्तुओं के वजन का 40.27 प्रतिशत शामिल है. जनवरी 2023 में फर्टीलाइजर, कोयला, बिजली, स्टील, नेचुरल गैस, सीमेंट और रिफाइनरी प्रोडक्ट्स का प्रोडक्टशन पिछले साल के इसी महीने की तुलना में बढ़ा है.

ऐसे बढ़े कोर सेक्टर्स

सेक्टर्स के नाम जनवरी 2023 डेटा दिसंबर 2022 डेटा
कोल 13.4 12.2
क्रूड ऑयल -1.1 -1.2
नेचुरल गैस 5.3 2.6
रिफाइनरी प्रोडक्ट्स 4.5 3.7
फर्टीलाइजर्स 17.9 7.3
स्टील 6.2 6.3
सीमेंट 4.6 9.5
इलेक्ट्रीसिटी 12 10.4