कब थमेगी ये गिरावट, 90 दिन में 20.20 लाख करोड़ स्वाहा, ऐसे हो रहा खेल
एक दिसंबर 2022 से निवेशकों को 20 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. ताज्जुब की बात तो ये है कि इसमें से 12.40 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान सिर्फ फरवरी में ही हो चुकी है.
Share Market Investors को नुकसान हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से नहीं बल्कि उससे से ही नुकसान हो रहा है. एक दिसंबर 2022 को शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया था. उसके बाद से सेंसेक्स में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. तब से अब तक सेंसेक्स में सवा 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. खास बात तो ये है कि इस दौरान निवेशकों को 20 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. ताज्जुब की बात तो ये है कि इसमें से 12.40 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान सिर्फ फरवरी में ही हो चुकी है.
लगातार 8वें दिन बाजार में गिरावट
शेयर बाजार में आज लगातार 8वें दिन गिरावट देखने को मिली. इस दौरान सेंसेक्स में 2400 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है. इस दौरान निवेशकों को 10.51 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. अगर बात आज की करें तो सेंसेक्स 326.23 अंकों की गिरावट के साथ 58,962.12 अंकों पर बंद हुआ है. 18, अक्टूबर 2022 के बाद सेंसेक्स 58 हजार अंकों के लेवल पर बंद हुआ है. इसका मतलब है कि सेंसेक्स आज साड़े चार महीने के लोअर लेवल पर पहुंच गए हैं.
आंकड़ों में समझें 90 दिनों की कहानी
- एक दिसंबर को सेंसेक्स 63583.07 अंकों के साथ लाइफ टाइम हाई पर पहुंचा.
- एक दिसंबर के हाई से अब तक सेंसेक्स 4,620.95 अंकों की गिरावट आ चुकी है.
- 90 दिनों में निवेशकों को 20.20 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
- तीन महीनों में बीएसई का मार्केट कैप 2,77,99,603.18 करोड़ से 2,57,72,501.40 करोड़ पर आ गया.
- फरवरी के महीने में ही निवेशकों को 12.43 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
- बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स लाइफ टाइम हाई से 7.26 फीसदी तक टूट चुका है.
- सेंसेक्स साढ़े चार महीने के बाद 59 हजार से नीचे बंद हुआ है.
- 18 अक्टूबर को आखिरी बार 59 हजार से नीचे यानी 58 हजार अंकों के लेवल पर बंद हुआ था.