सरकार आगे-आगे, Tata Group पीछे-पीछे, देश पर ऐसे खर्च करेगा 7.4 लाख करोड़
देश के लगभग हर सेक्टर में दखल रखने वाला टाटा ग्रुप तेजी से आगे बढ़ रहा है. अब भारतीय इकोनॉमी को ग्रोथ इंजन बनाने में भी ग्रुप सरकार से जऱा भी पीछे नहीं रहने वाला है. समूह ने देश के विकास के लिए 7.4 लाख करोड़ रुपये इंवेस्ट करने का ये प्लान बनाया है.
भारत को पहले स्टील प्लांट से लेकर, पहली एयरलाइंस, पहला लग्जरी होटल और पहली पूरी से भारत में बनी कार देने वाला Tata Group अब देश के विकास में अपनी खून-पसीने की कमाई लगाने वाला है. इस मामले में वह सरकार से जऱा भी पीछे नहीं है और 7.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने जा रहा है.
टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने हाल में एक इंटरव्यू में कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 पूरा ग्रुप करीब 20 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज कर सकता है. लगभग हर सेक्टर में काम करने वाले लाखों करोड़ रुपये के इतने बड़े बिजनेस ग्रुप के लिए ये काफी अहम है. एन. चंद्रशेखरन ने 2017 में टाटा ग्रुप के चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाली थी. उनसे पहले साइरस मिस्त्री के पास ये जिम्मेदारी थी, लेकिन विवाद के बाद रतन टाटा ने दोबारा कंपनी का नेतृत्व संभाल लिया था.
टाटा ग्रुप ऐसे करेगा 7.4 लाख करोड़ का निवेश
एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा ग्रुप के हर बिजनेस की अपनी साइकिल है. वहीं कंपनी के पारंपरिक और नए दोनों बिजनेस ने जबरदस्त निवेश की योजना बनाई है. कंपनियों का प्रॉफिट और कैश फ्लो मजबूत है, जबकि डिमांड के लेवल पर भी कोई कमी नहीं है.
एन. चंद्रशेखरन ने बताया कि आने वाले 5 साल में समूह की Tata Power और Tata Steel 10-10 अरब डॉलर (82,500 करोड़ रुपये प्रत्येक) का पूंजीगत निवेश करेंगी. वहीं Tata Motors और Jaguar & Land Rover दोनों ने मिलकर 25 अरब डॉलर यानी 2.06 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाइ है. इसके अलावा ग्रुप Air India में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहा है. एक ग्रुप के तौर पर टाटा ग्रुप अगले 5 साल में 7.42 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगा.
अगर इसकी तुलना हम सरकार के बजट से करें, तो ये वित्त वर्ष 2022-23 में सरकार के कैपेक्स बजट 7.5 लाख करोड़ रुपये के लगभग बराबर है. वहीं सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए ये बजट 10 लाख करोड़ रुपये रखा है.
नए बिजनेस में भी लगाएगा जमकर पैसा
इतना ही नहीं टाटा ग्रुप नए बिजनेस में भी जमकर पैसा लगाने वाला है. इसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल, बैटरीज, रिन्यूएबल एनर्जी, 5G और इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं. साथ ही कंपनी सेमीकंडक्टर में भी बड़ा निवेश कर सकती है.
सेमीकंडक्टर के बिजनेस को लेकर एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि हम इस बारे में अभी भी आकलन कर रहे हैं. ये काफी मुश्किल काम है. इसे बहुत अच्छे से समझना जरूरी है, साथ बहुत सावधानी से करना भी जरूरी है.
इसके अलावा टाटा ग्रुप अपने डिजिटल बिजनेस को भी बढ़ा रहा है. Tata Digital के तहत समूह ने अपने सभी न्यू एज बिजनेस को एक कर दिया है. वहीं Tata Neu SuperApp की कमियों को भी दूर किया जा रहा है.
देश में नहीं डिमांड की कमी
देश में डिमांड को लेकर बनी चिंता पर एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि हमारे सभी बिजनेस ग्रोथ कर रहे हैं. कंज्यूमर प्रोडक्ट, इलेक्ट्रॉनिक्स, रिटेल, होटल, पावर, पैसेंजर व्हीकल और आईटी सभी का ग्रोथ मोमेंटम बना हुआ है. वहीं डिमांड भी बराबर आ रही है.