हॉय रे व्यवस्था: जेब में नहीं थे 300 रुपये, स्ट्रेचर पर बहु को घसीटते नजर आए बुजुर्ग
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जबलपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती एक महिला को छुट्टी मिलने पर घर जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली. ऐसे में उसके ससुर स्ट्रेचर पर ही लिटाकर ले जाने लगे. इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
मध्य प्रदेश में संस्कारधानी कहे जाने वाले जबलपुर से एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है. महज 300 रुपए ना दे पाने पर एक बुजुर्ग को जिला अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिली. ऐसे हालात में बुजुर्ग अपनी बीमार बहू को स्ट्रेचर पर घसीटते नजर आए. यह तस्वीर सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है. इस वीडियो पर लोग मध्य प्रदेश सरकार और राज्य के स्वास्थ्य विभाग की खिंचाई कर रहे हैं.
वायरल तस्वीर में नजर आ रहे बुजुर्ग व्यवहार बाग इलाके में रहने वाले बृज बिहारी हैं. कुछ दिन पहले उनकी बहु की तबियत खराब हो गई. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो डॉक्टरों ने छुट्टी दे दी. चूंकि महिला बीमारी की वजह से इतनी कमजोर हो गई थी कि वह अपने पैरों पर भी खड़ी नहीं हो पा रही थी. ऐसे में महिला के ससुर ने एंबुलेंस की मांग की, लेकिन उसके लिए 300 रुपये जमा कराने को कहा गया.
300 रुपये जमा नहीं करने पर नहीं मिली एंबुलेंस
अब बुजुर्ग के पास इतने भी पैसे नहीं थे. ऐसे में वह बहू को स्ट्रेचर पर लिटाकर धकेलते हुए घर ले जाने लगे. उन्हें ऐसा करते देख वहां मौजूद लोगों का दिल पसीजा और तत्काल लोगों ने मिलकर एंबुलेंस के पैसे इकट्ठा किए और उन्हें घर पहुंचाया. एक मददगार आसू खान ने बताया कि बुजुर्ग को स्ट्रेचर घसीटते देख उन्होंने पूछताछ की. जब उन्होंने बताया कि पैसे नहीं हैं तो उन्होंने तत्काल दो तीन लोगों से बात की और एंबुलेंस का खर्चा जुटाकर उन्हें घर भेजने की व्यवस्था कर दी.
सोशल मीडिया में वायरल हो रही तस्वीर
इस दौरान कई अन्य लोगों ने चंदा जमाकर बीमार महिला के इलाज के लिए भी आर्थिक मदद दी. इस घटना के बाद लोगों ने स्वास्थ्य विभाग पर खूब तंज कसा है. साथ ही एंबुलेंस सेवा फ्री करने की मांग की है. सोशल मीडिया में यह तस्वीर खूब वायरल हो रही है. लोगों का आरोप है कि यह तस्वीर केवल जबलपुर की ही नहीं, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के अस्पतालों का यही हाल है.