Rajasthan SI Paper Leak Case: आखिर कैसे राजस्थान बना पेपर ‘लीकस्थान’? जानिए SI भर्ती फर्जीवाड़े की कहानी
राजस्थान में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा-2021 का आयोजन तीन दिन 13, 14 और 15 सितंबर 2021 में किया गया था. परीक्षार्थियों को एक पेपर सुबह की पारी में प्रात: 10 से दोपहर 12 बजे तक और दूसरा पेपर दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक हल करना था. पुलिस की SOG टीम ने इस मामले में 14 ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों को गिरफ्तार किया है. इनमें तीन महिला सब इंस्पेक्टर भी शामिल हैं.
राजस्थान की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा-2021 का पेपर लीक हुआ था. इसे राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप एजेंसी ने भी सही माना है. इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए SOG ने 14 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुए ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों में इस परीक्षा का टॉपर भी शामिल है. हैरत की बात यह है कि लीक हुआ पेपर 10 लाख रुपए में खरीदकर 50 लाख रुपए तक बेचा गया था.
SOG के एडीजी वीके सिंह के अनुसार, जयपुर के हसनपुरा में स्थित बाल भारती सेंटर से पूरा पेपर लीक किया गया था. पेपर लीक करने के लिए गैंग के लोग उस कमरे में छिपकर बैठ गए, जहां पेपर रखे गए थे. आरोपियों ने मोबाइल से पेपर की फोटो क्लिक कर इसे वॉट्सऐप के जरिये बाहर भेजा था. सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के एग्जाम तीन दिन हुए और पेपर को दो दिन लीक किया गया.
पेपर लीक का कैसे बनाया प्लान?
सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा-2021 का एक परीक्षा केंद्र जयपुर हसनपुरा इलाके के शांतिनगर स्थित रविन्द्र बाल भारती सीनियर सैकेंडरी स्कूल में था. पेपर लीक मास्टरमाइंड जगदीश विश्नोई, यूनीक भाम्बु उर्फ पंकज चौधरी और शिव मोट ने इस स्कूल के केन्द्राधीक्षक राजेश खण्डेलवाल के साथ मिलकर इस परीक्षा के प्रश्न पत्रों को लीक करने का प्लान बनाया था.
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इस तरह बनाया पेपर लीक का प्लान
इस आपराधिक षड्यंत्र में राजेश खण्डेलवाल ने यह तय किया कि प्रश्न पत्रों के स्कूल में मिलने से पहले यूनीक भाम्बु उर्फ पंकज चौधरी को स्कूल के आचार्य के ऑफिस में घुसकर ऑफिस में बनी छोटी कोटड़ी में छिपाना होगा. इसकी वजह थी प्राप्त होने वाले प्रश्न पत्रों को इस ऑफिस में रखने के बाद कमरे को सील करना. प्लान में तय किया गया था कि कमरे में यूनीक भाम्बु उर्फ पंकज चौधरी पेपर को पैकेट से निकालकर उसकी मोबाइल फोन से फोटो क्लिक करेगा. पेपर के फोटो को जगदीश विश्नोई के मोबाइल फोन पर वॉट्सऐप के जरिए भिजवाना होगा.
पहले दिन फेल हुआ प्लान
13 सितंबर को एग्जाम शुरू होने से करीब डेढ़-दो घंटे पहले परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्र आने थे. इस प्लान को सफल बनाने के लिए राजेश खंडेलवाल ने परीक्षा आयोजित करवाने के नाम पर रिकॉर्ड पर यूनीक भाम्बु की ड्यूटी लगाई. वहीं प्लान के मुताबिक, शिवरतन मोट की ड्यूटी आचार्य ऑफिस के बाहर की निगरानी और संख्या पूर्ति के लिए लगाई गई. परीक्षा के पहले दिन इस प्लान पर उस वक्त पानी फिर गया, जब यह पेपर परीक्षा शुरू होने से डेढ़-दो घंटे पहले आने के बजाय थोड़ी देर पहले ही आया.
दूसरे और तीसरे दिन मिली सफलता
एग्जाम के दूसरे दिन 14 और 15 सितंबर को आरोपियों का प्लान सफल हुआ. इन दो दिनों में आरोपी यूनीक भाम्बु प्रश्नपत्रों के केंद्र पर प्राप्ति से पहले आचार्य ऑफिस में घुसकर छोटी कोटड़ी में छिप गया. उसने आचार्य ऑफिस में जाकर कमरे को सील करने के दौरान प्रश्नपत्रों के पैकेट में चीरा लगाकर पेपर निकाला और मोबाइल फोन से उसकी फोटो क्लिक कर ली. उसने पेपर को वापस पैकेट में रखकर उसमें टेप लगा दिया. प्लान के तहत उसने वह पेपर वॉट्सऐप के जरिए जगदीश विश्नोई को भेजा.
10 लाख में खरीदा, 50 लाख तक बिका
पेपर लेने के बदले में जगदीश विश्नोई ने यूनीक भाम्बु के द्वारा राजेश खंडेलवाल को 10 लाख रुपए दिए थे. इसके बाद आरोपी जगदीश विश्नोई ने अपना काम शुरू किया. उसने वॉट्सऐप पर आए पेपर का प्रिंटर से प्रिंट निकाला. फिर इसको हल करने के बाद सॉल्वड पेपर को राज्य के अलग-अलग भागों में मौजूद अपने साइट हैंडलर्स के वॉट्सऐप के मास्टर ग्रुप पर एक साथ भेज दिया. परीक्षार्थियों को साइट हैंडलर्स द्वारा संबंधित परीक्षा केंद्रों के नजदीक सॉल्वड पेपर को 14 और 15 सितंबर को पढ़ाया गया. यह पेपर 50 लाख रुपए तक में बेचा गया.
साइट हैंडलर्स द्वारा अपने वाहनों से इन परीक्षार्थियों को पेपर पढ़ाने के बाद परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया गया. पहली पारी की परीक्षा खत्म होने के तुरंत बाद इन परीक्षार्थियों को साइट हैंडलर्स द्वारा परीक्षा केंद्र से ले जाकर दूसरी पारी का पेपर पढ़ाया गया. उसके बाद फिर से इन्हें वापस परीक्षा केंद्रों पर छोड़ा गया.
पेपर लीक में 14 ट्रेनी SI गिरफ्तार
सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा-2021 पेपर लीक मामले में 14 ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें तीन महिला ट्रेनी सब इंस्पेक्टर भी शामिल हैं. गिरफ्तार किए गए ट्रेनी SI मेनरेश कुमार बिश्नोई, सुरेंद्र कुमार बिश्नोई, करण पाल गोदारा, विवेक भाम्भू, मनोहरलाल बिश्नोई, प्रेमसुखी बिश्नोई, एकता कुमारी, गोपीराम जांगू,अवण कुमार बिश्नोई, भगवती बिश्नोई, चंचल बिश्नोई, रोहिताश कुमार, राजेश्वरी और नारंगी कुमारी हैं.