जलपाईगुड़ी लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: BJP के जयंत राय चौधरी जीते, TMC को हराकर दूसरी बार बने सांसद
बीजेपी के डॉ जयंत कुमार रॉय दूसरी बार जलपाईगुड़ी से सासंद बने. लोकसभा चुनाव 2019 में भी जलपाईगुड़ी लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी डॉ. जयंत कुमार रॉय ने जीत दर्ज की थी. डॉ. रॉय ने कांग्रेस के बिजय चंद्र बर्मन को 1,84,004 वोटों से शिकस्त दी. जयंत कुमार को जहां 7,60,145 वोट मिले, वहीं बर्मन को 5,76,141 वोट ही मिले थे.
जलपाईगुड़ी लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार डॉ जयंत राय चौधरी फिर निर्वाचित हुए. डॉ जयंत राय चौधरी दूसरी बार इस सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं. उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार ने टीएमसी के निर्मल कुमार राय को लगभग एक लाख मतों से पराजित किया. यह लोकसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है. लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में हुए चुनाव में यहां पर 79.33 प्रतिशत मतदान हुआ. मंगलवार को मतों की गणना के दौरान बीजेपी उम्मीदवार शुरू से ही बढ़त बनाए हुए थे.
जलपाईगुड़ी लोकसभा सीट पर 12 प्रत्याशी मैदान में थे, न बीजेपी ने यहां पर 2019 लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले डॉक्टर जयंत राय चौधरी को मैदान में उतारा था तो तृणमूल ने स्थानीय विधायक निर्मल चंद्र राय को टिकट दिया था. निर्मल चंद्र राय ने पिछले साल विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी से धुपगुड़ी सीट छीन ली थी. वहीं कांग्रेस-वाममोर्चा समर्थित माकपा प्रत्याशी देबराज बर्मन भी चुनाव मैदान में थे, लेकिन बीजेपी के उम्मीदवार ने सभी को पराजित कर जीत हासिल की.
साल 1962 में जलपाईगुड़ी में हुआ था पहला चुनाव
जलपाईगुड़ी लोकसभा सीट पर पहला चुनाव 1962 में हुआ. यहां पहले तीन चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की. साल 1977 में निर्दलीय और इसके बाद 1980 से लेकर 2009 तक लगातार 9 चुनावों में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने जीत हासिल की. साल 2014 में टीएमसी और फिर 2019 में यहां जयंत कुमार रॉय ने भगवा लहराया.
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2019 लोकसभा चुनाव का जनादेश
पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी डॉ. जयंत कुमार रॉय ने जीत दर्ज की थी. डॉ. रॉय ने कांग्रेस के बिजय चंद्र बर्मन को 1,84,004 वोटों से शिकस्त दी. जयंत कुमार को जहां 7,60,145 वोट मिले वहीं बर्मन को 5,76,141 वोट ही मिले. सीपीआई (एम) प्रत्याशी भागीरथ चंद्र राय को 76,054 वोट मिले और वो तीसरे नंबर पर रहे. कांग्रेस के प्रत्याशी मणि कुमार दर्नाल चौथे नंबर पर रहे थे.