बशीरहाट लोकसभा चुनाव 2024 परिणाम: संदेशखाली वाली सीट पर TMC ने लहराया परचम, हाजी नूरुल इस्लाम जीते
पश्चिम बंगाल की बशीरहाट लोकसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस की बंपर जीत हुई है. इस बार टीएमसी ने एसके नूरुल इस्लाम को उम्मीदवार बनाया था और उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार रेखा पात्रा को करारी शिकस्त दी है. पश्चिम बंगाल में इस लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया है.
इस बार के लोकसभा चुनाव में बशीरहाट सीट उत्तर 24 परगना जिले और पूरे बंगाल की राजनीति में सबसे ज्यादा चर्चित लोकसभा सीटों में से एक रही. क्योंकि इस बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र में ही संदेशखाली है, जो इस बार के लोकसभा चुनाव में बंगाल का सबसे बड़ा मुद्दा बना रहा. संदेशखाली के मुद्दे पर न सिर्फ बंगाल बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी काफी घमासान मचा. हालांकि अब नतीजों के बाद साफ हो गया है कि संदेशखाली के मुद्दे से तृणमूल कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं हुआ. यहां से टीएमसी उम्मीदवार एसके नूरुल इस्लाम ने 3 लाख 33 हज़ार 547 मतों के भारी अंतर से जीत दर्ज की है.
इस सीट पर एसके नूरुल इस्लाम को 8 लाख 3 हज़ार 762 वोट पड़े, जबकि भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार और संदेशखाली की पीड़िता रेखा पात्रा 4 लाख 7 हज़ार 215 वोट ही ला पाईं और दूसरे नंबर पर रहीं. यहां से तीसरे नंबर पर ऑल इंडिया सेक्यूलर फ्रंट के अख्तर रहमान बिस्वास 1 लाख 23 हज़ार 500 वोट लाकर तीसरे और सीपीआई(एम) के निरापद सरदार 77 हज़ार 899 वोट पाकर चौथे नंबर पर रहे.
अभिनेत्री नुसरत जहां बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र से 2019 में सांसद बनी थीं, लेकिन टीएमसी ने उन्हें इस बार उम्मीदवार नहीं बनाया. उनकी जगह पर एसके नूरुल इस्लाम को टिकट दिया गया था. इस सीट पर टीएमसी ने उम्मीदवार ज़रूर बदला लेकिन उनके लिए नतीजा वही रहा.
संदेशखाली में मतदान के दिन छिटपुट हिंसा हुई. छिटपुट हिंसा, अशांति और आरोप-प्रत्यारोप के बीच इस सीट पर 84.31 प्रतिशत मतदान हुए. 2019 के लोकसभा चुनाव में नुसरत जहां ने बीजेपी की सायंतन बसु को पराजित किया था. नुसरत जहां को 7 लाख 82 हज़ार 78 वोट और सायंतन बसु को 4 लाख 31 हज़ार 70 वोट मिले थे.
बशीरहाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सात विधानसभा हैं. इनमें संदेशखाली, बदुरिया, हरोआ, मिनाखां, हिंगलगंज, बशीरहाट उत्तर और बशीरहाट दक्षिण हैं. बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र वर्तमान में तृणमूल का गढ़ है. साल 2021 के विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर टीएमसी ने जीत हासिल की थी.
बशीरहाट सीट का इतिहास
लेफ्ट के जमाने में बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र पर सीपीआई का कब्जा था. 1980 के बाद से सीपीआई ने बशीरहाट में प्रतिनिधित्व किया था. इनमें सीपीआई नेता अजय चक्रवर्ती 1996 से लगातार सांसद थे. लेकिन 2009 में तृणमूल ने अजय चक्रवर्ती का विजय रथ रोक दिया. नुरुल इस्लाम को यहां से तृणमूल ने उतारा. नुरुल इस्लाम ने सभी को चौंकाते हुए अजय चक्रवर्ती को हरा दिया था. तृणमूल के नुरुल को करीब 4 लाख 80 हज़ार वोट मिले थे. वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीपीआई के अजय चक्रवर्ती को 4 लाख 19 हजार वोट मिले. बीजेपी उम्मीदवार स्वपनकुमार दास को 67 हजार 690 वोट मिले थे.
2014 के लोकसभा चुनाव में इदरिश अली ने जीत दर्ज की थी. तृणमूल उम्मीदवार इदरीस अली को 4 लाख 92 हजार वोट मिले थे. सीपीआई उम्मीदवार नुरुल शेख को 3 लाख 82 हजार वोट मिले. वहीं बीजेपी उम्मीदवार शमिक भट्टाचार्य को 2 लाख 33 हजार वोट मिले. कांग्रेस के अब्दुर रहीम काजी को 1 लाख 2 हजार वोट मिले थे.