Kashipur: जिसने दी कत्ल की जानकारी, वही निकला कातिल… एक साल बाद कैसे खुला ये राज?
उत्तराखंड के काशीपुर में घटी एक सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा किया है. जांच में ये बात सामने आई है कि जिसने घटना की सूचना दी, वही असल में कातिल था. 2022 की 27 जुलाई को काशीपुर के रेलवे कालोनी निवासी जगदीश उर्फ साधू का शव एर खेत की मेड पर मिला था. इसके बाद से ही उसके कातिल की पुलिस को तलाश थी. इस मामले में आरोपी ने अपना गुनाह खुद कबूल कर लिया है.
उत्तराखंड के काशीपुर में घटी एक सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा किया है. जांच में ये बात सामने आई है कि जिसने घटना की सूचना दी, वही असल में कातिल था. पूरे मामले का कत्ल के एक साल बाद खुलासा किया गया है. घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी उधम सिंह नगर डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि साल 2022 की 27 जुलाई को काशीपुर के रेलवे कालोनी निवासी जगदीश उर्फ साधू का शव एर खेत की मेड पर मिला था.
शव मिलने के बाद मृतक साधू की पत्नी दुर्गावती ने 22 मार्च 2023 को मामले में एफआईआर दर्ज करवाई थी. एफआईआर में गोपीपुरा गांव के रहने वाले रमेश को हत्या का आरोपी बताया गया था. मामले में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच थाना प्रभारी निरीक्षक कुण्डा विक्रम सिंह राठौर को सौपी गई थी. जांच के दौरान मृतक जगदीश की पत्नी दुर्गावती से पूरी घटना के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि 27 जुलाई 2022 की शाम 5 बजे रमेश ने उसे घर आकर बताया कि उसका पति साधू, रमेश के खेत में शराब के नशे में धुत पड़ा हुआ है.
सिर पर था चोट का निशान
जब लोगों ने वहां जाकर देखा तो पाया कि रमेश की मौत हो चुकी थी. उसके सिर पर चोट का निशान था. मामले की जांच के लिए पुलिस को बुलाया गया. चोट के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया. लेकिन पुलिस जांच आगे नहीं बढ़ रही थी क्योंकि मौके पर कोई भी सबूत नहीं था. खेत जंगल के पास था और वहां किसी तरह का कोई गवाह भी नहीं था. इस बात को लेकर एकलौते गवाह किशन से पूछताछ की गई, लेकिन उसने यही बताया कि रमेश ने काफी शराब पी रखी थी और वह उसके खेत में पड़ा हुआ था.
एक साल बाद हुआ खुलासा
लेकिन पुलिस को रमेश पर शक हुआ जिसके बाद उसका पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया. टेस्ट में रमेश ने सारी घटना के बारे में बता दिया. पॉलीग्राफ टेस्ट में रमेश ने साधू की हत्या करने की बात को कबूल किया. उसने बताया कि उसको साधू के 800 रुपये मजदूरी के देने थे. घटना के दिन 3.00 बजे वह पाण्डे कालोनी में अपने धान के खेत की मेड़ पर पानी निकालने के लिए मेड बना रहा था, उसी समय साधू वहां पर आया और उससे अपनी मजदूरी के 800 रुपये मांगने लगा. आरोपी ने बताया कि साधू उसे गालियां दे रहा था जिसकी वजह से उसे गुस्सा आ गया और उसने फावड़े से उसके सिर पर वार कर दिया जिसके कारण उसकी मौत हो गई.
आरोपी ने कबूला जुर्म
आरोपी ने आगे कहा कि उसे पहले से ही पता था कि साधू अक्सर शराब पीकर खेतों और सड़कों के किनारे पड़ा रहता है. इसलिए उसने सोचा कि वह उसके घर पर जाकर बता देगा कि साधू शराब पीकर उसके खेत में पड़ा है इसकी वजह से कोई उसपर शक नहीं करेगा. घटना के बाद साधू के घर जाकर उसने सारी बात उसकी पत्नी को बताई. परिवार वाले उसे उठाने चले गए और रमेश अपने घर पर चला गया. रमेश के कबूलनामे के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल जांच जारी है.