Khargone: छात्र को मारा, जंगल में दफनाया… शादीशुदा महिला से प्रेम-प्रसंग का राज खोलने पर बेरहमी से की हत्या
खरगोन जिले के भीकनगांव थाना क्षेत्र में एक छात्र का शव जंगल में गड़ा मिला. छात्र चार दिन से लापता था. पुलिस और परिजन उसकी तलाश में जुटे थे. छात्र की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसी के गांव के रहने वाले दोस्त ने की थी. दोस्त ने हत्या करने की जो वजह बताई, उसे सुन सभी हैरान रह गए.
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में छात्र की हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे की जो कहानी बताई, उसको सुनने के बाद सभी के रौंगटे खड़े हो गए. मृतक छात्र के दोस्त का गांव की किसी शादीशुदा महिला के साथ प्रेम-प्रसंग था. छात्र ने एक दिन इस बात का जिक्र महिला के रिश्तेदार से कर दिया. जब इस बात की जानकारी महिला के प्रेमी यानि छात्र के दोस्त को हुई तो उसने छात्र को रास्ते से हटाने की साजिश रची. आरोपी ने अपने दो दोस्तों संग मिलकर पहले तो छात्र की हत्या की, फिर शव को जंगल में गाड़ दिया.
खरगोन जिले के भीकनगांव थाना क्षेत्र के सिराली गांव निवासी छात्र पंकज करोड़े चार दिन से लापता था. परिजनों ने अनहोनी की आशंका के चलते थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस तभी से उसकी तलाश में जुटी थी. इसी बीच पंकज का शव खंडवा जिले के भैरूखेड़ा के जंगल में जमीन में गड़ा मिला. पुलिस के अनुसार, पंकज का शव पूरी तरह से गल चुका था. पंकज के परिजनों ने पुलिस को बताया था कि कुछ दिन पहले उसका विवाद गांव के दोस्त प्रदीप से हुआ था.
पुलिस पूछताछ में आरोपी दोस्त ने कबूला जुर्म
पुलिस ने इसी सिलसिले में प्रदीप को पूछताछ के लिए थाने पर बुलाया. कड़ाई से पूछताछ में वह टूट गया और अन्य दो दोस्तों संग मिलकर पंकज की हत्या करने की बात कबूल कर ली. प्रदीप ने पुलिस को बताया कि पंकज सनावद में रखकर पढ़ाई करता था. 17 मई को शाम के समय सनावद से घर सिराली आने के लिए उसने बस पकड़ी थी. बस सनावद थाना क्षेत्र के दौड़वा गांव से 25 किमी तक जाती है. यहां से सिराली गांव 10 किमी दूर है.
हत्या कर दफनाया शव, बाहर निकला रहा हाथ
यहां से प्रदीप का दोस्त ही उसे बाइक से लेने आया था. पंकज को इस बात की भनक तक नहीं थी कि ये भी साजिश में शामिल है. वो दौड़वा से उसे सनाली गांव न ले जाकर धनगांव के पास भैरूखेड़ा गांव की ओर ले गया. यहां प्रदीप ने अपने दोनों दोस्तों के साथ मिलकर पहले तो पंकज की बेरहमी से पिटाई की, फिर हत्या करने के बाद शव को जमीन में गाड़ दिया. इस दौरान पंकज का हाथ ऊपर ही रह गया. भीकनगांव पुलिस जब मौके पर पहुंची तो गड्ढे से केवल हाथ दिखाई दे रहा था.
हत्या वाले दिन आ रहा था गांव, रास्ते से हुआ गायब
पुलिस ने शव को निकाला तो परिजनों ने पंकज के रूप में उसकी पहचान की. परिजनों ने बताया कि पंकज सनावद में रहकर बीए सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था. पिता पूनमचंद करोड़े किसान हैं और छोटा भाई चंदन इंदौर में पढ़ाई कर रहा है. पंकज ने 17 मई को फोन किया था और बताया था कि वो घर आ रहा है. रात 10 बजे तक वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को चिंता हुई. उसका मोबाइल भी बंद हो गया. 18 मई को परिजन उसकी तलाश करते रहे, लेकिन वह कहीं नहीं मिला, जिसके बाद थाने में गुदशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
(रिपोर्ट- तरुण सोनी/खरगोन)