कोटा में पंखे से झूली छात्रा, इस डिवाइस की मदद से बच गई जान, फिर…

कोटा में पंखे से झूली छात्रा, इस डिवाइस की मदद से बच गई जान, फिर…

कोटा में एक बार फिर से एक छात्रा ने खुदकुशी की कोशिश की है, गनीमत रही कि होस्टल के पंखों में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगा हुआ था जिसकी वजह से पंखे पर वजन पड़ते ही पंखा नीचे लटक गया. इस वजह से छात्रा की समय रहते काउंसलिंग की गई और वह खुदकुशी करने से बच गई.

राजस्थान के कोटा शहर में आए दिन खुदकुशी के मामले सामने आते रहते हैं. ऐसा ही कुछ मामला कोटा से एक बार फिर सामने आया है लेकिन इस बार राहत की बात ये है कि एक डिवाइस की मदद से एक छात्रा की जान बच गई. छात्रा ने खुदकुशी करने के लिए पंखे से लटकने की कोशिश की जिसकी वजह से पंखा नीचे आ गया. छात्रा का प्लान फेल हो गया उसने तुरंत वॉर्डन को जाकर बताया जिसके बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि छात्रा ने खुदकुशी का प्रयास किया है.

जानकारी के मुताबिक यह मामला कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र का है. यहां पर एक होस्टल में रहने वाली छात्रा ने होस्टल के वार्डन को बुलाया और कहा कि उसके कमरे का पंखा नीचे आ गया है. वार्डन ने जाकर देखा तो सच में पंखा नीचे लटका हुआ था. वार्डन ने छात्रा से पूछा तो पहले तो उसने झूठ बोला कि पंखा अपने आप नीचे आया है. लेकिन, जब वार्डन ने थोड़ी सख्ती से पूछताछ की तो छात्रा ने कबूल किया कि उसने सुसाइड करने की कोशिश की थी.

वार्डन ने तुरंत इस मामले की जानकारी होस्टल के संचालक को दी. संचालक ने पुलिस को इस बात की सूचना दी. पुलिस को जैसे ही पूरे मामले की सूचना मिली तो पुलिस निरीक्षक कमलेश कुमार, डिप्टी एसपी राजेश कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे. छात्रा लंबे वक्त से डिप्रेशन में थी जिसके बाद छात्रा की काउंसलिंग की गई है. बताया जा रहा है कि छात्रा कोटा में 2023 से रह रही है और 17 साल की है. पुलिस ने कहा कि गनीमत है कि होस्टल के पंखे में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगा हुआ था जिसकी वजह से पूरा मामला सामने आ गया और समय रहते छात्रा की काउंसलिंग की गई.

आए दिन आते हैं खुदकुशी के मामले

कोटा शहर एजुकेशन हब तो है ही साथ ही यहां पर कॉम्पटीशन इतना ज्यादा हो गया है कि कई बच्चे डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं. इसी वजह से यहां पर आए दिन किसी न किसी होनहार के खुदकुशी करने का मामला सामने आता रहता है. इससे बचने के लिए यहां पर प्रशासन की ओर से स्पेशल टीम गठित की गई है, वहीं कोचिंग संस्थानों को इस बारे में कार्रवाई करने के लिए गाइडलाइन भी दी गई है.