शराब घोटाला मामला: ED दफ्तर से बाहर निकले AAP विधायक दुर्गेश पाठक, 6 घंटे चली पूछताछ

शराब घोटाला मामला: ED दफ्तर से बाहर निकले AAP विधायक दुर्गेश पाठक, 6 घंटे चली पूछताछ

शराब घोटाला मामले में ईडी ने आम आदमी पार्टी विधायक दुर्गेश पाठक से करीब 6 घंटे पूछताछ की. इसके बाद पाठक ईडी के दफ्तर से बाहर निकले. इसी मामले में ईडी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार से भी पूछताछ कर रही है. इससे पहले भी ईडी विभव कुमार और दुर्गेश पाठक से पहले पूछताछ कर चुकी है.

शराब घोटाला मामले में ईडी ने आम आदमी पार्टी विधायक दुर्गेश पाठक को पूछताछ के लिए समन भेजा था. पाठक सोमवार दोपहर 2 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे. यहां अधिकारियों ने उनसे करीब 6 घंटे पूछताछ की. इसके बाद पाठक ईडी के दफ्तर से बाहर निकले. इसी मामले में ईडी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार से भी पूछताछ कर रही है. इससे पहले भी ईडी विभव कुमार और दुर्गेश पाठक से पहले पूछताछ कर चुकी है.

बताते चलें कि मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद दुर्गेश पाठक ईडी के शिकंजे में फंसते नजर आ रहे हैं. घोटाला मामले में उनका भी नाम सामने आ रहा है. दुर्गेश दिल्ली के राजिंदर नगर से विधायक हैं. वो पार्टी के पुराने नेता हैं. इसके साथ ही गोवा चुनाव में पार्टी के इंचार्ज भी थे.

ईडी और बीजेपी का राजनीतिक गठबंधन: आतिशी

इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने बीजेपी पर हमला बोला. उनका कहना है कि बीजेपी आम आदमी पार्टी को चुनाव प्रचार से रोकने के लिए साजिश कर रही है. ईडी और बीजेपी का राजनीतिक गठबंधन है. बीजेपी ईडी के जरिए किसी भी कीमत पर AAP पार्टी के नेताओं को चुनाव प्रचार से दूर करना चाहती है.

शराब घोटाला आम आदमी पार्टी के लिए गले की फांस बनता जा रहा है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जेल में बंद हैं. पार्टी के सांसद संजय सिंह को भी ईडी ने गिरफ्तार किया था. हालांकि, कुछ दिन पहले ही उनको जमानत मिली है. जेल से बाहर आने के बाद से वो बीजेपी पर हमलावर हैं.

देश को इस केस की सच्चाई जाननी चाहिए: संजय सिंह

बीते दिनों सिंह ने दिल्ली आबकारी नीति मामले पर कहा था कि केवल चार गवाहों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम लिया है. बिना किसी सबूत के ईडी ने केजरीवाल को गिरफ्तार किया. देश को इस केस की सच्चाई जाननी चाहिए. टीवी9 को दिए इंटरव्यू में आप नेता ने कहा कि आबकारी नीति मामले में ईडी-सीबीआई ने 456 गवाहों के बयान लिए हैं.

इनमें से केवल चार गवाहों ने केजरीवाल का नाम लिया. ईडी के पहले के बयानों को छुपा लेती है. केजरीवाल की गिरफ्तारी पूरी तरह से बेबुनियाद है. उनकी गिरफ्तारी एक गहरी साजिश का हिस्सा है. सीबीआई और ईडी दोनों मिलाकर 50 हजार की चार्जशीट पेश हुई है.