चमकता रहेगा लंदन में Adani का नाम, बने रहेंगे इस जगह के स्पॉन्सर
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद आलोचनाओं में घिरे अडानी समूह के लिए राहत की खबर है. लंदन के एक प्रतिष्ठित संस्थान ने अडानी समूह से मिली स्पॉन्सरशिप को बरकरार रखने का फैसला किया है, यानी उनका नाम लंदन की एक फेमस जगह पर चमकता रहेगा.
अडानी समूह इन दिनों अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के शेयर लगातार टूट रहे हैं. इस बीच लंदन से समूह के लिए एक अच्छी खबर आई है. यहां के एक प्रतिष्ठित संस्थान London Science Museum ने अडानी समूह के साथ अपनी साझेदारी को जारी रखने का ऐलान किया है, यानी म्यूजियम की एक स्पेशल गैलरी की स्पॉन्सर अडानी ग्रुप की कंपनी बनी रहेगी.
दरअसल लंदन साइंस म्यूजियम में अडानी ग्रुप के सहयोग से ग्रीन एनर्जी पर एक गैलरी तैयार की गई है. ‘एनर्जी रिवॉल्यूशन गैलरी’ नाम की इस गैलरी के लिए गौतम अडानी ने 2021 में एक स्पॉन्सरशिप डील साइन की थी. जानें क्या खास है इस गैलरी में…
क्या कहा लंदन साइंस म्यूजियम ने ?
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि लंदन साइंस म्यूजियम इस स्पॉन्सरशिप डील को बरकरार रखना चाहता है. म्यूजियम के प्रवक्ता ने बताया कि अडानी ग्रीन एनर्जी इस गैलरी की टाइटल स्पॉन्सर बनी रहेगी. संकट के समय में म्यूजियम का अडानी समूह में भरोसा जताना, उसके लिए राहत की खबर है.
हालांकि इस डील को लेकर शुरुआत से ही विरोध होता रहा है. लोगों का कहना है कि अडानी ग्रुप की आय का एक अच्छा-खासा हिस्सा कोयला बिजली संयंत्रों से आता है. ऐसे में साइंस म्यूजियम ग्रीन एनर्जी पर बन रही गैलरी के लिए उससे पैसा कैसे ले सकता है?
खास है ‘एनर्जी रिवॉल्यूशन गैलरी’
लंदन साइंस म्यूजियम की अडानी ग्रीन एनर्जी रिवॉल्यूशन गैलरी असर में एक नए जमाने की आधुनिक तकनीक पर बनी गैलरी है. इस गैलरी में आधुनिक क्लाइमेट साइंस और एनर्जी रिवॉल्युशन को दिखाया गया है. इसमें ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए पेरिस समझौते को लागू करने के तौर तरीकों, पेट्रोल-डीजल और गैस जैसे ईंधन पर निर्भरता को कम करने की बात की गई है.
इतना ही नहीं इस गैलरी में उन मुद्दों पर भी बात की गई है, जो दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन के असर को कम करने के तौर तरीकों से जुड़ी है.
हिंडनबर्ग रिसर्च के अडानी पर आरोप
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह पर स्टॉक मैन्युपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड के आरोप लगाए हैं. अडानी समूह ने इन सभी को निराधार बताया है, हालांकि समूह की कंपनियों के शेयर लगातार टूट रहे हैं. इस बीच समूह की कंपनियों का मार्केट वैल्यूएशन बीते दिनों 100 अरब डॉलर से ज्यादा घट गया है.