नागपुर: जहां भड़का था दंगा, संगीनों के साए में होगी ईद की नमाज; छावनी बना पूरा शहर

नागपुर: जहां भड़का था दंगा, संगीनों के साए में होगी ईद की नमाज; छावनी बना पूरा शहर

नागपुर में ईद का त्योहार 17 मार्च की हिंसा के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मनाया जाएगा. हिंसा प्रभावित इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है.

देश में कल यानी सोमवार को बड़ी ही धूमधाम से ईद मनाई जाएगी. कल सुबह तकरीबन 9 बजे अलग-अलग मस्जिदों में 1 महीने तक रमजान में रोजा रखने वाले रोजेदार ईद की नमाज पढ़ेंगे, लेकिन नागपुर के महाल, चिटनिस पार्क, मोमिनपुरा, भगदालपुरा और हंसापुरी इलाकों में कल ईद की नमाज भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच बीतने वाली है. इसका कारण है 17 मार्च को इन इलाकों में हुई हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटना है.

औरंगजेब की कब्र को लेकर और मुस्लिम धर्म के प्रमुख ग्रंथ को जलाए जाने की गलतफहमी के बाद 17 मार्च को नागपुर के कई इलाकों में हिंसा फैल गई थी. इन मामलों में अब तक एक दर्जन से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई है और इस हिंसा के बाद कि पहली ईद है. वहीं, 8 अप्रैल को रामनवमी भी है और रामनवमी की झांकी पूरे नागपुर में निकाली जानी शुरू हो गई है. जगह-जगह रामनवमी की को लेकर राम मंदिरों की रेप्लिका बनाकर पुजा की जा रही है.

नागपुर हिंसा वाले इलाकों में पुलिस मुस्तैद

ईद से पहले ही नागपुर के हिंसा वाले इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. पुलिस सुरक्षा को देखते हुए किसी भी तरह की कोई कोताही बरतने को तैयार नहीं है. टीवी 9 की टीम जब इन हिंसाग्रस्त इलाके चिटनिस पार्क में विजिट किया तो देखा कि एक तरफ मस्जिदों में सजावट की जा रही थी. वहीं, दूसरी तरफ रामनवमी की झांकी सजाई जा रही थी. झांकी में अयोध्या मंदिर की तर्ज पर हूबहू राम मंदिर बनाया गया था.

मस्जिदों के सामने बनी रामनवमी की झांकी

मस्जिदों और रामनवमी की झांकी की दूरी महज 10 मीटर है. यहां हिंदू समाज के लोगों ने बैनर से गेट बनाए हैं. यह वही इलाका जहां सबसे पहले हिंसा फैली थी. यही वजह है कि चिटनिस पार्क चौक पर 24 घंटे बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है. दंगा निरोधक दस्ता सड़क पर है, दंगा निरोधक पथक की वैन पार्क खड़ी है. इसी के साथ पुलिस की बड़ी लगातार इलाके में पैट्रोलिंग कर रही है. इस इलाके के लोगों का कहना है कि यहां हिन्दू-मुस्लिम दंगा कभी नही हुआ. हिन्दू मुस्लिम दोनों समुदाय एक सुर में भाईचारे की बात कर रहे हैं.

‘ना आए किसी के भड़कावे में’

बड़ी बात ये की सभी मुस्लिम और हिन्दू समाज के संगठनों की तरफ ये बताया जा रहा है कि किसी के भड़कावे में न आए और न नहीं कोई शोर शराबा करे और दूसरे धर्मों का सम्मान करें. चिटनिस पार्क की तरह ही मोमिनपुरा, हंसापुरी, महाल इलाके की मस्जिदों के बाहर भी पुलिस सिक्युरिटी टाइट की गई है.