‘होनी को कौन टाल सकता है’, सत्संग में मची भगदड़ पर पहली बार बोले ‘भोले बाबा’ साकार हरि

‘होनी को कौन टाल सकता है’, सत्संग में मची भगदड़ पर पहली बार बोले ‘भोले बाबा’ साकार हरि

हाथरस भगदड़ कांड पर पहली बार नारायण साकार हरि उर्फ 'भोले बाबा' ने अपने मुंह से कुछ कहा है. कासगंज आश्रम पहुंचे भोले बाबा ने मीडिया से बातचीत में घटना को लेकर कहा कि, "होनी को कौन टाल सकता है, जो आया है, उसे एक दिन जाना ही है."

हाथरस जिले में सत्संग के बाद मची भगदड़ की घटना के बाद सुर्खियों में आए नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ बुधवार को कासगंज के पटियाली स्थित अपने आश्रम पहुंचे. इस दौरान पहली बार हाथरस की घटना पर ‘भोले बाबा’ का बयान भी सामने आया. मीडिया से बातचीत में ‘भोले बाबा’ ने कहा कि, “होनी को कौन टाल सकता है, जो आया है, उसे एक दिन जाना ही है.” हाथरस भगदड़ की घटना के करीब 15 दिन बाद बाबा सामने आए हैं. घटना के बाद से बाबा कहां पर थे, ये भी किसी को नहीं पता था. सूत्र बताते हैं कि घटना के बाद से बाबा मैनपुरी वाले आश्रम में ही डेला डाले हुए थे.

वहीं भोले बाबा के वकील ए.पी. सिंह ने कहा कि नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा कासगंज स्थित अपने आश्रम पहुंच गए हैं और वह यहीं रहेंगे. वह यहां आश्रम से ही आए हैं. वह कभी किसी के घर, होटल या किसी दूसरे देश में नहीं गए. एपी सिंह ने कहा कि कासगंज बाबा की जन्मस्थली है. वह आखिरी बार 2023 में एक दिन के लिए यहां आए थे. इससे पहले वे 2013 में यहां आए थे.

सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत

नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा उस समय सुर्खियों में आए जब हाथरस के सिकंदराराऊ इलाके में इसी महीने दो जुलाई को नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी. योगी सरकार ने घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) और न्यायिक आयोग का गठन किया है. भगदड़ के मामले में दर्ज मुकदमे में बाबा का नाम आरोपी के तौर पर शामिल नहीं था.

स्थानीय प्रशासन की ओर से हुई चूक!

SIT ने राज्य सरकार को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में भगदड़ के पीछे किसी बड़ी साजिश से इनकार नहीं किया है. SIT की रिपोर्ट में स्थानीय प्रशासन की ओर से चूक की ओर भी इशारा किया गया. रिपोर्ट में भगदड़ के लिए आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया और दावा किया गया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. सूत्रों ने बताया कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने इस आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया और वरिष्ठ अधिकारियों को उचित जानकारी देने में विफल रहे.

‘भोले बाबा’ के वकील एपी सिंह ने क्या किया था दावा?

नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने बीती छह जुलाई को दावा किया था कि हाथरस में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा छिड़के गए किसी जहरीले पदार्थ के कारण भगदड़ मची थी. वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक अलग न्यायिक आयोग भी हाथरस भगदड़ मामले की जांच कर रहा है.