महाकुंभ में महाशिवरात्रि से पहले फिर उमड़ा जनज्वार, श्रद्धालुओं का आंकड़ा 63 करोड़ के पार

महाकुंभ में महाशिवरात्रि से पहले फिर उमड़ा जनज्वार, श्रद्धालुओं का आंकड़ा 63 करोड़ के पार

महाकुंभ में 73 देशों के राजनयिक और भूटान नरेश नामग्याल वांगचुक समेत तमाम देशों के अतिथि यहां अमृत स्नान करने पहुंचे. यही नहीं, नेपाल से 50 लाख से अधिक लोग अब तक त्रिवेणी के पवित्र जल में स्नान कर चुके हैं.

आस्था के सबसे बड़े समागम प्रयागराज महाकुंभ में देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का आगमन सोमवार को भी जारी रहा और 1.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम में स्नान के साथ स्नानार्थियों की संख्या 63 करोड़ को पार कर गई. मेला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को शाम आठ बजे तक 1.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई. इस तरह 13 जनवरी से प्रारंभ हुए महाकुंभ में अभी तक 63.36 करोड़ लोगों ने स्नान कर लिया है.

प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र मांदड़ ने महाशिवरात्रि पर्व को लेकर तैयारियों के बारे में बताया कि महाशिवरात्रि को लेकर हमारी पूरी तैयारी हैं. सभी शिवालयों में स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारियां की गई हैं.

महाशिवरात्रि पर्व पर स्नान की तैयारी

उन्होंने बताया कि सभी स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है. महाशिवरात्रि पर्व पर श्रद्धालुओं को सकुशल स्नान कराने की तैयारी है. अभी तक 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा और संगम में स्नान कर चुके हैं. सरकार के बयान के मुताबिक, 26 फरवरी को शिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व तक गंगा और संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 65 करोड़ से भी ऊपर पहुंच सकती है.

कई देशों के अतिथि अमृत स्नान करने पहुंचे

महाकुंभ में 73 देशों के राजनयिक और भूटान नरेश नामग्याल वांगचुक समेत तमाम देशों के अतिथि यहां अमृत स्नान करने पहुंचे. यही नहीं, नेपाल से 50 लाख से अधिक लोग अब तक त्रिवेणी के पवित्र जल में स्नान कर चुके हैं. अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक करीब आठ करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था.

1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

एक फरवरी और 30 जनवरी को दो-दो करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई. इसके अलावा बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान किया. माघी पूर्णिमा के महत्वपूर्ण स्नान पर्व पर भी दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया.