भूकंप से दहल गया था इटली, 25000 लोगों की गई थी जान, पढ़ें 5 फरवरी का इतिहास
आज ही के दिन चौरी चौरा कांड में भीड़ ने थाने को आग के हवाले कर दिया था. इस घटना में 22 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. पढ़ें 5 फरवरी का इतिहास देश और दुनिया में क्यों है खास...
इतिहास में पांच फरवरी की तारीख ब्रिटेन की एक रोचक घटना से संबंधित है. आज ही दिन 1783 में इटली में भूकंप ने तबाही मचाई थी. इस भूकंप में लगभग 25000 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं इसी दिन ब्रिटेन और अमेरिका के बीच पनामा नहर समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे. आज ही के दिन चौरी चौरा कांड में भीड़ ने थाने को आग के हवाले कर दिया था. इस घटना में 22 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी.
वहीं, 1953 में इसी दिन ब्रिटेन में मिठाई पर सालों से लगे नियंत्रित वितरण नियम को खत्म कर दिया गया और बच्चों ने जीभर मिठाइयां खाईं. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सभी को जरूरी वस्तुएं समान मात्रा में मिलें, इसलिए चीनी और इससे बने उत्पादों तथा अन्य सामान की राशनिंग करने का फैसला किया गया.
ब्रिटेन में कई उत्पादों के वितरण को जनवरी 1940 में सीमित कर दिया गया था. वस्त्रों, फर्नीचर और पेट्रोल पर लगा नियंत्रण तो 1948 के बाद से धीरे-धीरे समाप्त होने लगा, लेकिन इसे पूरी तरह समाप्त होने में कई साल लग गए. देश दुनिया के इतिहास में पांच फरवरी की तारीख पर दर्ज महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
पढ़ें 5 फरवरी का इतिहास
- 1630 : सिख गुरु हर राय जी का जन्म.
- 1783: इटली में भूकंप से लगभग 25000 लोगों की मौत.
- 1900: ब्रिटेन और अमेरिका के बीच पनामा नहर समझौते पर हस्ताक्षर.
- 1922 : चौरी चौरा में थाने पर भीड़ के हमले में 22 पुलिसकर्मियों की मौत. इस घटना ने महात्मा गांधी के अहिंसा आंदोलन को कुछ समय के लिए पटरी से उतार दिया.
- 1937: चार्ली चैप्लिन के अभिनय से सजी पहली टॉकी मॉडर्न टाइम्स को रिलीज किया गया.
- 1953 : ब्रिटेन में चीनी और इससे बने उत्पादों के सीमित वितरण का नियम समाप्त.
- 1971: अपोलो 14 चांद की सतह पर उतरा. इस उड़ान के दौरान कई तरह की तकनीकी खराबियां आईं.
- 1985 : पुर्तगाल के विश्वप्रसिद्ध फुटबाल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जन्म. रोनाल्डो का पुरा नाम क्रिस्टियानो रोनाल्डो दोस सांतोस अवीरो है.
- 2008 : महर्षि महेश योगी का निधन. उन्हें भारत के प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक नेताओं में शुमार किया जाता है.
- 2013: बांग्लादेश में एक न्यायाधिकरण ने एक कट्टरपंथी विपक्षी दल के शीर्ष सदस्य अब्दुल कादर मौला को 1971 में पाकिस्तान से आजादी की लड़ाई के दौरान युद्ध अपराधों के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई.
(इनपुट-भाषा)