मानव सेवा को सर्वप्राणी सेवा में बदलना होगा… समता कुंभ में स्वामी चिन्ना जियर ने दिया संदेश

मानव सेवा को सर्वप्राणी सेवा में बदलना होगा… समता कुंभ में स्वामी चिन्ना जियर ने दिया संदेश

समता कुंभ 2023 का आज भव्य विधान के साथ चौथा दिन संपन्न हुआ है. आज भी कई भव्य धार्मिक आयोजन किए गए..

तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले में स्थित मुतिंचल आश्रम में पिछले 4 दिन से समता कुंभ 2023 का आयोजन किया जा रहा है. रविवार को इस कुंभ का चौथा दिन भी धार्मिक आयोजन से भरपूर रहा. स्टेच्यू ऑफ इक्वेलिटी के समक्ष चौथे दिन की शुरूआत स्वामी चिन्ना जियर ने ज्योति जलाकर की. इस कार्यक्रम में स्वामी ने कहा, गृहस्थी अच्छी तो घर अच्छा.. घर अच्छा तो समाज अच्छा. महिला स्वास्थ्य विकास की स्थापना इस आशय से की गई थी कि समाज अच्छा होगा तो देश भी अच्छा होगा और विश्व भी.

2007 में शुरू हुई इस संस्था ने अब तक महिलाओं के लिए कई कैंसर जांच शिविर आयोजित किए हैं. आयोजकों ने कहा कि उस जमाने में महिलाएं कैंसर शब्द बोलने से डरती थीं और महिलाओं में कैंसर के प्रति जागरुकता पैदा करने की बहुत जरूरत है. अब तक साढ़े चार लाख लोगों को स्क्रीनिंग की सेवाएं दी जा चुकी हैं.

आयोजकों ने कहा कि चिन्ना जियर स्वामी अमेरिका से चिकित्सा उपकरण लाए थे जब कोई न्यूनतम सुविधाएं नहीं थीं, और अब विकास तरंगिनी उपकरण निर्माण के स्तर तक बढ़ गए हैं. ऐसा कहा जाता है कि कैंसर का जल्द पता लगने से रिकवरी आसान हो जाती है. उन्होंने कहा कि विकास तरंगिनी ने बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी पैड बनाए हैं जो आसानी से जमीन में समा जाते हैं.. यह प्रकृति की बहुत बड़ी सेवा है.

चिन्ना जियर स्वामी ने जिम्स (जियार आयुर्विज्ञान संस्थान) के छात्रों के साथ-साथ कार्यक्रम में भाग लेने वाले डॉक्टरों और अतिथियों को बधाई दी. सब जानते हैं कि पहले मनुष्य की बुद्धि बदलनी चाहिए, मानव सेवा ईश्वर की सेवा के समान है. हमें प्रकृति के प्रत्येक प्राणी से प्रेम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जानवर और पेड़ किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते और न ही पर्यावरण को खराब करते हैं. लेकिन इंसान ही प्रकृति को खराब कर रहा है.

स्वामी ने कहा कि माधव सेवा ही मानव सेवा की विचारधारा गलत है. इसीलिए उस नारे को बदलने के लिए विकास तरंगिनी संगठन शुरू किया गया. चिन्ना जियर स्वामी ने कहा, वे ‘मानव सेवा’ को ‘माधव सेवा से सर्वप्राणी सेवा’ में बदलना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमें न केवल मनुष्य बल्कि प्रकृति के सभी जीवों की सेवा करनी चाहिए. इसलिए विकास तरंगिणी संस्था की स्थापना की गई है और सभी यह कर रहे हैं.

चिन्ना जियर स्वामी ने कहा कि यह फालतू काम नहीं करना है, बल्कि समाज के लिए उपयोगी काम करना है. उन्होंने कहा कि नेत्र विद्यालय के नाम से एक स्कूल शुरू किया गया था और अब एक डिग्री कॉलेज भी शुरू हो गया है. स्वामीजी ने कहा कि कुल 69 गांवों में कैंसर का पूरा अध्ययन किया गया और ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर कैंप लगाए गए.

रविवार को यहां पर कार्यक्रम में कई लोगों ने हिस्सा लिया जिनमें अहोबिला जीयारुस्वामी, विकास तरंगिनी के अध्यक्ष, रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर जगदीश्वरा राव, कृष्नामाचार्य स्वामी, पंडुरंगा राव, राज्यलक्ष्मी, डॉ. अशोक (एपी वायएसआर आरोग्यश्री स्पेशल ऑफिसर), डॉ. विश्वातेजा, डॉ. शारदा, डॉ. वीना शामिल हुए.