आदिवासियों के लिए अलग राज्य की मांग कभी नहीं मानेगी BJP, सीएम सरमा की दो टूक
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने त्रिपा मोथा पार्टी के साथ गठबंधन पर भी बात की है और कहा है कि बीजेपी को त्रिपा मोथा के साथ काम करने में कोई समस्या नहीं है
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) त्रिपुरा में आदिवासियों के लिए एक अलग राज्य की मांग को कभी स्वीकार नहीं करेगी. इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा है कि इससे पूर्वोत्तर राज्यों में भी इसी तरह की मांगे उठेंगी. इसी के साथ उन्होंने त्रिपा मोथा पार्टी के साथ गठबंधन पर भी बात की है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक यह पूछे जाने पर कि क्या वह त्रिपा मोथा पार्टी के साथ चुनाव के बाद गठबंधन पर विचार करेंगे, सीएम हिमंत ने कहा कि बीजेपी को त्रिपा मोथा के साथ काम करने में कोई समस्या नहीं है. सरमा ने कहा, हमें त्रिपा मोथा के साथ काम करने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन यहां एक राइडर है. हम समझते हैं कि त्रिपुरा में आदिवासी समुदाय के लिए समस्या है. संस्कृति, भाषा, अर्थव्यवस्था…अविकसितता के मुद्दे हैं, लेकिन त्रिपा मोथा की अलग राज्य के मांग की उम्मीद नहीं की जा सकती है, क्योंकि सत्ता के लिए, हम भानुमती का पिटारा नहीं खोल सकते हैं.
आदिवासी समुदाय से सीएम की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी ने लंबे समय के बाद क्षेत्र में शांति का आह्वान किया है और पूर्वोत्तर राज्यों को एक नई गड़बड़ी में नहीं धकेल सकती है. उन्होंने कहा, ‘राज्य में सरकार बनाना एक मुद्दा है, लेकिन आप कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति को खराब नहीं कर सकते. आज हम दावा कर सकते हैं कि मोदी सरकार क्षेत्र में शांति लाई. हमने बोर्ड भर में आदिवासी समुदाय से कहा है कि वे अधिक स्वायत्तता लें, अधिक वित्तीय अधिकार प्राप्त करें और आदिवासी लोगों के लिए काम करें, लेकिन कृपया राज्य के विभाजन के लिए न कहें,
त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के विधानसभा चुनावों में सबसे अच्छी और सबसे खराब स्थिति के बारे में पूछे जाने पर, सीएम हिमंत ने कहा, बीजेपी मेघालय और नागालैंड में मजबूत होगी और सरकार का हिस्सा होगी. वहीं उन्होंने दावा किया कि जनता के मिजाज को देखते हुए उन्हें यकीन है कि बीजेपी त्रिपुरा में जनादेश दोहराएगी.