Emotional Intelligence के खेल को समझ जाएंगे, तो जिंदगी में कभी नहीं होंगे असफल!
इमोशनल इंटेलिजेंस हमारे व्यक्तिगत, प्रोफेशनल और सामाजिक जीवन को नियंत्रित कर सकती है. इसमें दूसरे लोगों को खुश करना या शांत करना भी शामिल होता है.
Emotional intelligence: हमे अपनी क्षमताओं के बारे में जानने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को समझने की आवश्यकता होती है, जैसे- इमोश्नल इंटेलिजेंस जो कि ज्यादातर लोगों में एक जन्मजात विशेषता होती है. इमोश्नल इंटेलिजेंस का हमारी पर्सनालिटी से गहरा नाता है. भावनाओं को महसूस करने, उनका उपयोग करने, किसी से बात करने, किसी को पहचानने, कुछ याद रखने, कुछ सीखने, या सोचने-समझने और समझाने की क्षमता को हीइमोशनल इंटेलिजेंस कहते हैं. इमोशनल इंटेलिजेंस हमारे व्यक्तिगत, प्रोफेशनल और सामाजिक जीवन को नियंत्रित कर सकती है.
इमोशनल इंटेलिजेंस में भावनात्मक जागरूकता जैसे सोचने, समस्या का हल करने की क्षमता और भावनाओं को प्रबंधित करने की क्षमता शामिल होती है. इसमें दूसरे लोगों को खुश करना या शांत करना भी शामिल होता है.
Emotional Intelligence का उपयोग
सेल्फ अवेयरनेस: आत्म-जागरूकता का अर्थ है कि आप किसी भी विशेष समय पर अपने मन में चल रही हर एक भावना को जानते हैं. हाई इमोशनल इंटेलिजेंस रखने वाले लोग ईर्ष्या और क्रोध से अच्छे से निपटना जानते हैं.
सेल्फ रेग्युलेशन: हर सकारात्मक और नकारात्मक भावना की पहचान करने के साथ-साथ यह महसूस करने में सक्षम होना कि आप ऐसा क्यों महसूस कर रहे हैं. इसका मतलब यह भी है कि आपको पता होना चाहिए कि अपनी भावना को कैसे नियंत्रित किया जाए.
मोटिवेशन: इंस्पिरेशन या मोटिवेशनएक प्रमुख नेतृत्व कौशल होता है. एक अच्छे लीडर को यह पता होता हैं कि अपनी टीम या परिवार में लोगो को कैसे प्रेरित किया जाए. ऐसे लोग अपनी भावनाओं के साथ-साथ अपने आसपास के लोगों के बारे में भी अच्छे से जानते हैं.
सहानुभूति: इमोशनल इंटेलिजेंस में सहानुभूति का अहम रोल है. इसका मतलब यह समझना होता है कि किसी व्यक्ति या कोई ग्रूप इस समय कैसा व क्या महसूस कर रहा है. दूसरों के प्रति सहानुभूति रखने वाले लोग और संबंधित परिस्थितियों को ध्यान में रखकर निर्णय लेते हैं
सोशल स्किल्स: सोशल स्किल्स अपने अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए बहुत जरूरी होता है. बुनियादी अस्तित्व के लिए सभी को सामाजिक कौशल की आवश्यकता होती है. अच्छा सामाजिक कौशल रखने वाले लोग स्वार्थी होने के बजाय सबके भले के बारे में सोचते हैं.