कैसे बनते हैं नागा साधु? देखें महाकुंभ का ये VIDEO
नागा संन्यासियों केवल कुंभ में बनते हैं, वहीं उनकी दीक्षा होती है. सबसे पहले साधक को ब्रह्मचारी के रूप में रहना पड़ता है. उसे तीन साल गुरुओं की सेवा करने और धर्म-कर्म और अखाड़ों के नियमों को समझना होता है.
नागा संन्यासियों केवल कुंभ में बनते हैं, वहीं उनकी दीक्षा होती है. सबसे पहले साधक को ब्रह्मचारी के रूप में रहना पड़ता है. उसे तीन साल गुरुओं की सेवा करने और धर्म-कर्म और अखाड़ों के नियमों को समझना होता है. इसी अवधि में ब्रह्मचर्य की परीक्षा ली जाती है. अगर अखाड़ा और उस व्यक्ति का गुरु यह निश्चित कर ले कि वह दीक्षा देने लायक हो चुका है तो फिर उसे अगली प्रक्रिया में ले जाया जाता है.
यह प्रकिया महाकुंभ में होती है, जहां वह ब्रह्मचारी से उसे महापुरुष और फिर अवधूत बनाया जाता है. महाकुंभ में गंगा किनारे उनका मुंडन कराने के साथ ही 108 बार महाकुंभ की नदी में डुबकी लगवाई जाती है. अखाड़े की धर्म ध्वजा के नीचे अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर उसे नागा दीक्षा देते हैं. देखें वीडियो…