कैम्ब्रिज में एक बार फिर लेक्चर देंगे राहुल, जानें पिछली बार क्या बोले थे?

कैम्ब्रिज में एक बार फिर लेक्चर देंगे राहुल, जानें पिछली बार क्या बोले थे?

कांग्रेस नेता को एक बार फिर कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में लेक्चर देने के लिए बुलाया गया है. वह इस महीने के अंत तक कैम्ब्रिज जाएंगे. राहुल ने पिछली बार भी कैम्ब्रिज में लेक्चर दिया था, जानें तब कांग्रेस नेता क्या कहा था...

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस महीने के अंत में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी जाएंगे. यहां पर उन्हें लेक्चर देने के लिए बुलाया गया है. राहुल कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के बिजनेस स्कूल में जिओ पॉलिटिक्स, भारत-चीन संबंध, बिग डेटा और लोकतंत्र जैसे मुद्दों पर लेक्चर देंगे. कांग्रेस नेता ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘वो अपने पुराने संस्थान कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी जाने को लेकर काफी उत्साहित हैं.’

राहुल ने कहा कि वो कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में जिओ पॉलिटिक्स, अंतरराष्ट्रीय संबंध, बिग डाटा और लोकतंत्र पर लेक्चर देंगे. इससे पहले कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने ट्वीट कर कहा कि राहुल इस महीने के अंत में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी आएंगे. हम उनका फिर से स्वागत करने को लेकर खुश है.’

कैम्ब्रिज में राहुल इन मुद्दों पर देंगे लेक्चर

कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने कहा, राहुल, श्रुति कपिला के साथ बिग डेटा एंड डेमोक्रेसी और भारत चीन रिलेशन को लेकर बातचीत करेंगे.’ बता दें कि श्रुति कपिला कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में इतिहास की एसोसिएट प्रोफेसर हैं. राहुल पिछले साल भी मई में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी लेक्चर देने गए थे. इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसा बोल दिया था, जिसपर काफी विवाद खड़ा हो गया था.

पिछली बार राहुल ने कही थी ये बात

राहुल ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में ‘आइडियाज ऑफ इंडिया’ कॉन्फ्रेंस में मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी भारत में संसद और चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं को काम नहीं करने दे रहे हैं. राहुल के इस बयान को लेकर बीजेपी ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर खूब निशाना साधा था. इस दौरान राहुल ने भारत में बढ़ते बेरोजगारी, चीन के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था.

भारत को एक राष्ट्र कहने को दी थी चुनौती

इसके अलावा उन्होंने भारत को एक राष्ट्र कहने को चुनौती दी थी. कांग्रेस नेता ने भारत की तुलना यूरोप से की थी. वहीं, उन्होंने कांग्रेस की जमकर तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि वे भारत की राजनीति में बदलाव देखना चाहते हैं. वो अपनी पार्टी में अधिक से अधिक युवाओं को मौका देना चाहते हैं.