‘बिहार में अब शासन नाम की चीज नहीं’-महागठबंधन पर RCP सिंह का हमला

‘बिहार में अब शासन नाम की चीज नहीं’-महागठबंधन पर RCP सिंह का हमला

पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बिहार में कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए. जहां उन्होंने कहा कि बिहार में शासन नाम की अब चीज है कहां? सड़क पर पुलिस वाले को गोली मार दी जा रही है. ये लोग पुलिस को तो छोड़ ही नहीं रहे हैं तो बिहार में क्या शासन रहेगा.

बिहार की राजनीति इन दिनों ‘रपटीली राहों’ से होकर गुजर रही है. जहां महागठबंधन के अंदर काफी उठापठक चल रही है. वहीं, नीतीश कुमार के करीबी पूर्व मंत्री आरसीपी सिंह ने नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है. जहां आरसीपी सिंह ने कहा कि, महागठबंधन के अंदर घमासान काफी मचा हुआ है.ऐसे में जेडीयू हो यह कांग्रेस या फिर आरजेडी इन सभी दलों में आपसी मतभेद अब सबके सामने देखने को मिल रहा है. यहां सत्ता पक्ष के लोग आपस में ही लड़ने में जुटे हुए है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बिहार में कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए. जहां उन्होंने कहा कि बिहार में शासन नाम की अब चीज है कहां? सड़क पर पुलिस वाले को गोली मार दी जा रही है. ये लोग पुलिस को तो छोड़ ही नहीं रहे हैं तो बिहार में क्या शासन रहेगा.उत्पाद विभाग की टीम जांच करने जाती है तो शराब माफिया उनपर हमला बोल देते हैं. उन्हें वहीं डुबाकर मार दिया जाता है बिहार में अब शासन नाम की चीज़ नहीं रही. सत्ता में बैठ कर लोग सिर्फ समय काट रहे हैं.

बिहार में अब शासन नाम की चीज़ नहीं रही

ऊपर में काबिज लोगों में ही मची खींचा-तानी- RCP सिंह

वहीं, पत्रकारो के डीजी शोभा अहोतकर और आईजी विकास वैभव केस प्रकरण पर आरसीपी सिंह ने कहा कि जब सरकार में ऊपर में काबिज लोगों में ही खींचा-तानी मची हुई है और इनके बीच ही घमासान है तो फिर अधिकारियों के बीच यदि ऐसा कुछ हो रहा है तो इसमें कौन सी नई बात हो गई. ये लोग सब चीज भूलकर सिर्फ औऱ सिर्फ समय काट रहे हैं.

सरकार में बैठे लोगों को नहीं है कोई मतलब

मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सूबे के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव जो आगे कर रहे हैं. इसी को लेकर यह घमासान मचा हुआ है. फिलहाल, सरकार में बैठे ये सभी लोग बैठकर किसी तरह अपना समय काट रहे हैं. इन लोगों को इस बात से कोई मतलब नहीं है कि बिहार में क्या समस्या चल रही है. साथ ही क्या कुछ लोगों की जरूरत है?