महाराष्ट्र: स्वरा भास्कर के पति को सपा दे सकती है टिकट, नवाब मलिक से होगी सीधी फाइट?
साल अंत तक महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा का चुनाव काफी दिलचस्प हो चुका है. महाविकास अघाड़ी और महायुति के बीच घमासान छिड़ा है. इस बीच खबर है कि समाजवादी पार्टी ने महाविकास अघाड़ी में अणुशक्ति नगर सीट की मांग की है. सूत्रों के मुताबिक अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहद अहमद यहां से चुनाव लड़ सकते हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महाविकास अघाड़ी के दलों में सीटों के बंटवारे के लिए बैठकों का दौर जारी है. किसको कितनी सीटें मिलती हैं, ये अभी फाइनल नहीं हो सका है. लेकिन कुछ विशेष सीटों की मांग होने लगी है. इसी में एक सीट मुंबई का अणुशक्तिनगर विधानसभा क्षेत्र. अजित पवार गुट के एनसीपी विधायक नवाब मलिक का क्षेत्र माना जाता है. संभावना है कि यह सीट महायुति में अजित पवार गुट के खाते में जा सकती है. हालांकि ये सवाल अहम है कि क्या अजित पवार इस सीट पर नवाब मलिक को दोबारा मौका देंगे?
उधर महाविकास अघाड़ी में भी इस सीट को लेकर जोरदार हलचल जारी है. महाविकास अघाड़ी भी नवाब मलिक के खिलाफ उतना ही मजबूत उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है और इसके लिए अनुमान लगाया जा रहा है कि अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहद अहमद चुनावी मैदान में कूद सकते हैं. जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि समाजवादी पार्टी ने महाविकास अघाड़ी में अणुशक्तिनगर सीट की मांग की है.
फहद अहमद सपा का युवा चेहरा
फहद अहमद समाजवादी पार्टी के नेता हैं. अहमद वर्तमान में समाजवादी पार्टी के युवा क्षेत्रीय अध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं. फहद अहमद 2022 में समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे. इससे पहले उन्होंने छात्र संगठनों में काम किया है. वो अनेक रैलियों और आंदोलनों में भाग लेते रहे हैं. उनके आंदोलन को वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने भी समर्थन दिया था.
फहद अहमद ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के छात्रों की फीस माफी के लिए आंदोलन किया था. उन्होंने सीएए कानून के खिलाफ रैलियों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. फहद ने 16 फरवरी 2023 को फिल्म एक्ट्रेस स्वरा भास्कर से शादी की थी.
अणुशक्ति नगर में महामुकाबला संभव
अणुशक्तिनगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र साल 2008 में बनाया गया था. 2009 में इस सीट पर नवाब मलिक ने जीत हासिल की थी. फिर 2014 में शिवसेना के तुकाराम काटे ने जीत हासिल की. लेकिन 2019 में नवाब मलिक फिर यहां से जीते. लेकिन ऐसी चर्चा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में नवाब मलिक का पत्ता कट सकता है. उन पर लगे नए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के चलते अजित पवार अपनी बेटी को टिकट दे सकते हैं.
नवाब मलिक पर संकट के बादल
जब महाविकास अघाड़ी सरकार बनी थी तब नवाब मलिक राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री भी थे. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नवाब मलिक को गिरफ्तार भी किया गया था. वह कई महीनों तक जेल में रहे थे. आगे राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद स्वास्थ्य कारणों से नवाब मलिक को जमानत मिल गई है. मलिक अजित पवार गुट में शामिल हो गए. आगे वो चुनाव लड़ पाते हैं या नहीं, फिलहाल साफ नहीं है.