Tamil Nadu: सेना के जवान का आरोप, पत्नी को 120 लोगों ने अर्धनग्न कर पीटा, पुलिस बोली- ये सच नहीं है
Tamil Nadu Police: कंधवासल पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद एक बयान जारी किया और दावा किया कि घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है. पुलिस का कहना है कि रेणुगंबल मंदिर से संबंधित भूमि पर बनी दुकान को प्रभाकरन के ससुर सेल्वामूर्ति को कुमार ने 5 साल के लिए लीज पर दिया था
तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई जिले में सेना के एक जवान ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उसका कहना है कि लोगों ने उसकी पत्नी को अर्धनग्न कर बेरहमी से पीटा है. सेना के एक रिटायर्ड अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल एन त्यागराजन ने जवान का वीडिय पोस्ट किया है, जिसमें उसने पूरी कहानी बयां की है. सेना के जवान हवलदार प्रभाकरन तमिलनाडु के पदवेदु गांव के रहने वाले हैं और मौजूदा समय में कश्मीर में तैनात हैं.
सेना के जवान का कहना है कि उसकी पत्नी एक जगह लीज पर ली हुई दुकान चलाती है. उसको 120 लोगों ने बुरी तरह से पीटा. यही नहीं दुकान का सारा सामान बाहर फेंक दिया. इस संबंध में उसने एसपी को शिकायत लिखकर भेजी है उन्होंने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. सेना के जवान ने अब डीजीपी से गुहार लगाई है. उसने का है कि डीजीपी साहब कृपा करके मदद कीजिए. लोगों ने उसके परिवार पर चाकुओं से हमला किया और धमकी दी है. उसकी पत्नी को अर्धनग्न कर पीटा गया है.
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हालांकि, कंधवासल पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद एक बयान जारी किया और दावा किया कि घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है. पुलिस का कहना है कि रेणुगंबल मंदिर से संबंधित भूमि पर बनी दुकान को प्रभाकरन के ससुर सेल्वामूर्ति को कुमार ने 5 साल के लिए लीज पर दिया था. इसके लिए 9.5 लाख रुपये लिए गए थे. कुमार के मरने के बाद उसका बेटा रामू दुकान वापस चाहता था, इसलिए वह पैसे वापस करने को तैयार हो गया और 10 फरवरी को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.
जवान का कहना है कि उसकी पत्नी को गंभीर चोटें आई हैं
रामू ने दावा किया कि सेल्वमूर्ति ने पैसे लेने से मना कर दिया और दुकान छोड़ने से इनकार कर दिया. 10 जून को रामू सेल्वमूर्ति के बेटों जीवा और उदय को पैसे देने के लिए दुकान पर गया था, जिसने कथित तौर पर रामू पर हमला किया था. जीवा ने कथित तौर पर रामू के सिर पर चाकू मार दिया था. इस बीच झगड़ा बढ़ गया और वहां मौजूद लोग रामू के समर्थन में आ गए, जिन्होंने दुकान में रखा सामान बाहर फेंक दिया. पुलिस ने दावा किया कि प्रभाकरन की पत्नी कीर्ति और उसकी मां दुकान में थीं, भीड़ ने उन पर हमला नहीं किया. बाद में शाम को प्रभाकरन की पत्नी ने भी खुद को अस्पताल में भर्ती कराया. हालांकि जवान का कहना है कि उसकी पत्नी को गंभीर चोटें आई हैं, लेकिन पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह सच नहीं है.
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