‘गिरफ्तार नहीं करेंगे तो चूमेंगे क्या…’ के. कविता पर BJP नेता के बयान से बवाल, देनी पड़ी सफाई

‘गिरफ्तार नहीं करेंगे तो चूमेंगे क्या…’ के. कविता पर BJP नेता के बयान से बवाल, देनी पड़ी सफाई

बंदी संजय से तीन दिन पहले के. कविता को लेकर एक सवाल किया गया था जिसका जवाब देते हुए उन्होंने विवादास्पद बयान दिया था.

हैदराबाद. दिल्ली शराब घोटाले को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेता के. कविता जांच के घेरे में हैं. इसी सिलसिले में वह शनिवार को ईडी के सामने पेश भी हुई. इस बीच तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय ने हाल ही में उनको लेकर एक आपत्तिजनक बयान दिया था जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है. बात इतनी बिगड़ गई कि अब तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष के ऑफिस से इस बारे में सफाई दी गई है.

दरअसल तीन दिन पहले बंदी संजय से के. कविता को लेकर एक सवाल किया गया था जिसका जवाब देते हुए उन्होंने विवादास्पद बयान दिया था. उसने पूछा गया था कि क्या कें कविता को गिरफ्तार किया जाएगा. इसका जवाब देते हुए बंदी संजय ने कहा था कि गिरफ्तार नहीं करेंगे तो चूमेंगे क्या? उनके इस बयान पर बवाल खड़ा हो गया है. इसे के.कविता का अपमान बताया जा रहा है. बीआरएस के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया और बंदी संजय का पुतला फूंका.

बंदी संजय ने क्या दी सफाई

इस पर अब तेलंगाना के बीजेपी अध्यक्ष के ऑफिस की ओर से कहा गया है कि बंदी संजय के बयान को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जा रहा है. यह तेलुगु भाषा में इस्तेमाल होने वाला एक आम मुहावरा है, जिसका मतलब है कि अगर कोई अपराध करता है, तो क्या आप उसकी सराहना करेंगे या उसे सजा देंगे.

बंदी संजय के ऑफिस की ओर से कहा गया कि बयान से अच्छी तरह वाकिफ बीआरएस जानबूझ कर इसे एक महिला के अपमान के रूप में दर्शा रही है. यह राज्य में अशांति पैदा करने के लिए ध्यान भटकाने की रणनीति है क्योंकि दिल्ली शराब घोटाले में ईडी ने सीएम की बेटी को तलब किया है.

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इस बीच बीआरएस नेता के. कविता दिल्ली शराब घोटाले की जांच के सिलसिले में शनिवार को ईडी के समक्ष पेश हुईं. जानकरी के मुताबिक जांच एजेंसी इस सिलसिले में गिरफ्तार एक आरोपी से उनका आमना-सामना करा सकती है और उनका बयान दर्ज कर सकती है.