तुर्की भूकंप: मलबे से बाहर निकाले गए मां और नवजात, 4 दिन तक ठिठुरते रहे

तुर्की भूकंप: मलबे से बाहर निकाले गए मां और नवजात, 4 दिन तक ठिठुरते रहे

बता दें आपदा के चार दिन बाद कड़ाके की ठंड के मौसम के बीच कई और लोगों के जीवित बचने की उम्मीद कम होती जा रही है.हालांकि, तुर्की और पड़ोसी सीरिया दोनों में खोज और बचाव के प्रयास जारी हैं.

तुर्की में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप के चलते हालात बदतर हो गए. बता दें इस विनाशकारी भूकंप के कारण लगभग 90 घंटे से फंसे एक नवजात शिशु और उसकी मां को मलबे से बचाया गया है. यागिज़ नाम के 10 दिन के बच्चे को दक्षिणी हटे प्रांत में एक खंडहर ढांचे से निकाला गया है. तुर्की की स्थानीय मीडिया ने इसे चमत्कारी बताया है.नवजात यागिज़ को एक थर्मल कंबल में लपेट कर इलाज के लिए एंबुलेंस में ले जाया गया.वहींउसकी मां को स्ट्रेचर पर बाहर लाया गया. दोनों के स्वास्थ्य के बारे में तत्काल कोई और अपडेट उपलब्ध नहीं है.

इस्तांबुल के मेयर एक्रेम इमामोग्लू जिनकी टीमें कथित तौर पर बचाव में शामिल थीं. उन्होंने ट्वीट करते हुए बताया कि यह समदाग शहर में हुआ था. एक मीडिया एजेंसी के अनुसार एक अन्य व्यक्ति को खंडहरों से निकाला गया है,हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि उसका यगेंज से सबंध था या नहीं.

‘सरकार की संकट से निपटने की शुरुआती तैयारी कमजोर थी’

बता दें आपदा के चार दिन बाद कड़ाके की ठंड के मौसम के बीच कई और लोगों के जीवित बचने की उम्मीद कम होती जा रही है.हालांकि, तुर्की और पड़ोसी सीरिया दोनों में खोज और बचाव के प्रयास जारी हैं. जो कि भूकंपों से भी प्रभावित थे.वहीं तुर्की के राष्ट्रपति रेकैप तईप एर्दोगन ने इसे “सदी की आपदा” बताया है.

उन्होंने दो दिन पहले स्वीकार किया कि दक्षिणी तुर्की में विनाशकारी भूकंप के बाद उनकी सरकार का संकट से निपटने की शुरुआती तैयारी कमजोर थी. वहीं तुर्की के अधिकारियों का कहना है कि सीरिया में भूकंप के मुख्य केंद्र से दक्षिण की ओर 250 किमी दूर हमा तक लोगों की जाने गईं.

विपक्ष ने लगाया बड़ा आरोप

तुर्की की मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता केमल किलिकडारोग्लू ने बुधवार को कहा कि श्री एर्दोगन की सरकार ने “20 वर्षों से भूकंप के लिए कोई तैयारी नहीं की है. साथ ही सवाल किया है किपहली बार 1999 में बड़े पैमाने पर भूकंप के मद्देनजर लगाया गया था, जिसमें 17,000 से अधिक लोग मारे गए थे.इसका मतलब आपदा रोकथाम और आपातकालीन सेवाओं के विकास पर खर्च किया जाना था.