130 घंटों बाद भी सांसों की आस… भूकंप ने अब तक 28 हजार को निगला
तुर्की और सीरिया में भूकंप से मौत का आंकड़ा 28 हजार के पार पहुंच चुका है. तुर्की में एक भारतीय की भी मौत हुई, जो उत्तराखंड के रहने वाले थे.
तुर्की और सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हजार के पार पहुंच गई है. तुर्की में 24 हजार 617 और सीरिया में 3575 लोगों की जान गई है. दोनों देशों मेंराहत और बचाव कार्य अब भी जारी है. अपनी जान जोखिम में डालकर मलबे के बीच जिंदगी की तलाश में भारत की रेस्क्यू टीम भी लगी है. 50 से ज्यादा देश तुर्की में रेस्क्यू मिशन को अंजाम दे रहे हैं. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने सनलिउर्फा शहर में कहा कि अकेले तुर्की में 80 हजार 104 लोग घायल हुए हैं. भूकंप के 130 से ज्यादा घंटे बाद भी जिंदा बचे कुछ और लोगों को मलबे से बाहर निकाला जा रहा है.
तुर्की मेंकड़ाके की सर्दी और घटती उम्मीदों के बावजूद शनिवार को करीब 12 लोगों को बचाया गया.तुर्की के अंटाक्या में सीरियाई शरणार्थियों की मदद कर रही एक अंतरराष्ट्रीय परमार्थ संस्था ने शहर की सीमा के पास खुले मैदान पर कई लोगों को आश्रय दिया है. मलहम चैरिटी के संस्थापक अहमद अबु अल-शार ने कहा, समस्या यह है कि अंटाक्या में कोई ऐसा घर नहीं है जो रहने लायक हो. इसलिए एकमात्र आसरा सड़क है.
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी का अनुमान है कि भूकंप के कारण सीरिया में कम से कम 53 लाख लोग बेघर हुए हैं. सीरिया के सरकारी टीवी ने कहा कि राष्ट्रपति बशर असद और उनकी पत्नी ने तटीय शहर लटाकिया में भूकंप से घायल हुए लोगों से अस्पतालों में मुलाकात की.
भूकंप से उत्तराखंड के विजय की मौत
तुर्की में आए भीषण भूकंप का दर्द उत्तराखंड का परिवार भी झेल रहा है. 6 फरवरी को आए भूकंप में कोटद्वार के विजय कुमार की भी सांसे थम गई. जिस दिन तुर्की में भूकंप आया उस दिन विजय मलत्या में मौजूद थे. मलत्या में एक होटल के मलबे के बीच उनकी पहचान की गई है. वो एक बिजनेस यात्रा पर थे.
भारत ने तुर्की-सीरिया को और राहत सामग्री भेजी
भारत ने तुर्की और सीरिया को और ज्यादा जीवन रक्षक दवाएं और राहत सामग्री भेजी है. ये सामग्री सी-17 सैन्य विमान से भेजी गई है. भारत के ऑपरेशन दोस्त के तहत राहत सामग्री की यह 7वीं खेप भेजी गई हैय. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट किया, ऑपरेशन दोस्त के तहत सातवां विमान सीरिया और तुर्की के लिए रवाना हो गया है. विमान में राहत सामग्री, चिकित्सा सहायता, आपात और गहन देखभाल दवाइयां, चिकित्सा उपकरण एवं अन्य चीजें हैं. विमान में 35 टन राहत सामग्री है, जिसमें से 23 टन राहत सामग्री सीरिया और करीब 12 टन राहत सामग्री तुर्की के लिए है.
The 7th #OperationDost flight departs for Syria and Türkiye.
Flight is carrying relief material, medical aid, emergency & critical care medicines, medical equipment & consumables. pic.twitter.com/RqI3E4R7Ol
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 11, 2023
धन जुटाने वाली संस्थाएं मदद को आगे आईं
दक्षिणी तुर्की और उत्तर पश्चिम सीरिया में काम करने वाले मानवीय सहायता समूह ने कहा कि भूकंप का लंबे समय तक असर रहेगा और बचाव अभियान खत्म होने के बाद महीनों या सालों तक दान देने की आवश्यकता है. तुर्की में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप में अब तक 23 हजार 200 लोगों की मौत हुई है और हजारों लोग बेघर हुए हैं. हजारों लोगों ने शॉपिंग मॉल, स्टेडियम, मस्जिदों और सामुदायिक केंद्रों में शरण ली है. उत्तरी सीरिया में मानवीय सहायता को पहुंचाना गृह युद्ध के कारण जटिल हो गया है.