यूपी MLC चुनाव: स्वामी प्रसाद मौर्य की सीट पर बीजेपी ने राम बहोरन मौर्य को बनाया उम्मीदवार

यूपी MLC चुनाव: स्वामी प्रसाद मौर्य की सीट पर बीजेपी ने राम बहोरन मौर्य को बनाया उम्मीदवार

बहोरन लाल मौर्य बरेली की भोजीपुरा सीट से 2017 में बीजेपी विधायक निर्वाचित हुए थे. 2022 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने उन्हें दोबारा उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन वो चुनाव नहीं जीत पाए थे. अब बीजेपी ने उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद खाली हुई एमएलसी सीट के लिए उम्मीदवार बनाया है.

समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद खाली हुई एमएलसी सीट के लिए बीजेपी ने राम बहोरन मौर्य को उम्मीदवार बनाया है. बहोरन बरेली की भोजीपुरा सीट से 2017 में विधायक निर्वाचित हुए थे. हालांकि, पार्टी ने 2022 के चुनाव में भी उन्हें उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. अब बीजेपी ने उन्हें एमएलसी की सीट के लिए उम्मीदवार घोषित किया है.

एमएलसी इस सीट पर चुनाव के लिए तारीख भी घोषित कर चुका है. एमएलसी सीट के लिए नामांकन की प्रक्रिया 25 जून से ही शुरू हो गई है. नामांकन की आखिरी तारीख 2 जुलाई है जबकि 12 जुलाई को वोटिंग है और उसी दिन परिणाम भी सामने आ जाएंगे. ऐसे में बीजेपी ने एक दिन पहले बहोरन मौर्य को उम्मीदवार घोषित कर दिया है. यह सीट विधानसभा क्षेत्र कोटे की है. इसमें विधानसभा के सदस्य ही वोट डालते हैं. संख्या बल के हिसाब से देखें तो यह सीट बीजेपी के खाते में जा सकती है.

चुनाव में बीजेपी की जीत लगभग तय

नामांकन की आखिरी तारीख 2 जुलाई होने के बाद समाजवादी पार्टी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इसके पीछे एक वजह यह भी हो सकती है कि शायद सपा यह जानती है कि सीट बीजेपी के खाते में जा सकती है, ऐसे में बेवजह हार का ठिकरा अपने ऊपर क्यों ले. मौजूदा विधानसभा में बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत है. बीजेपी के पास अकेले 249 विधायक हैं जबकि सपा के पास केवल 104 ही है. ऐसे में एमएलसी के इस उपचुनाव में बीजेपी की जीत तय मानी जा रही है.

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फरवरी में स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था इस्तीफा

इसी साल फरवरी में स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसके साथ-साथ उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता भी छोड़ दी थी. इस्तीफे के बाद मौर्य ने कहा था कि अखिलेश यादव जी से मेरा वैचारिक मतभेद है, मनभेद नहीं है.

उन्होंने अखिलेश यादव पर समाजवादी विचारधारा के विपरीत जाने का भी आरोप लगाया. सपा से इस्तीफा देने के बाद मौर्य ने राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी’ नाम की अपनी पार्टी भी बना ली. जिस समय उन्होंने पार्टी बनाई थी उस समय कहा था कि वो बीजेपी को केंद्र से हटाने के लिए इंडिया गठबंधन को मजबूत करेंगे.