खुद थे IAS अधिकारी-पिता भी रहे केंद्रीय मंत्री… जानें कौन हैं BJP छोड़ कांग्रेस में जाने वाले बृजेंद्र सिंह

खुद थे IAS अधिकारी-पिता भी रहे केंद्रीय मंत्री… जानें कौन हैं BJP छोड़ कांग्रेस में जाने वाले बृजेंद्र सिंह

लोकसभा चुनाव बेहद नजदीक हैं और इस समय बीजेपी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. हरियाणा के हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. बृजेंद्र सिंह ने जहां बीजेपी का साथ छोड़ा वहीं उन्होनें एक बार फिर कांग्रेस का दामन थाम लिया हैं.

बीजेपी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. हरियाणा के हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस का दामन थाम लिया हैं. उन्होंने अपने फैसले के लिए “सम्मोहक” राजनीतिक कारणों को जिम्मेदार ठहराया. बता दें, बृजेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं.

बृजेंद्र सिंह ने क्या कहा

हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा कि “मैंने राजनीतिक कारणों से मजबूर होकर भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. मुझे सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा, प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी और श्री अमित शाह का आभार व्यक्त करता हूं. बता दें, बृजेंद्र सिंह लोक लेखा समिति (भारत) और रक्षा संबंधी स्थायी समिति (भारत) के सदस्य भी हैं. बृजेंद्र सिंह बीजेपी को इस्तीफे देने के बाद कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने उनके घर पहुंचे थे. जिस के बाद वो कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं.

सांसद की घर वापसी

बृजेन्द्र सिंह भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी हैं. जिन्होंने 21 वर्षों तक देश की सेवा करने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी. 1998 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में 9वीं रैंक हासिल की थी. बृजेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं. वो हरियाणा के जिंद के मूल निवासी हैं. बता दें, साल 2014 में बृजेन्द्र सिंह ने कांग्रेस का साथ छोड़ा था, जिस के बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए थें. साल 2019 में बृजेन्द्र सिंह को हिसार से सांसद के लिए उतारा गया था. लेकिन अब फिर से बृजेन्द्र सिंह की घर वापसी हो रही है. बता दें, कि कुलदीप बिश्नोई के बीजेपी में शामिल होने के बाद से लगातार बृजेंद्र सिंह का टिकट कटने का खतरा बना हुआ था. इसके अलावा जेजेपी गठबंधन की वजह से भी चौधरी बीरेंद्र सिंह का परिवार बीजेपी से नाराज चल रहा था.