भारत में हो रही वर्ल्ड चैंपियनशिप का बहिष्कार जारी, बॉक्सिंग फेडरेशन ने उठाया बड़ा कदम
भारत तीसरी बार महिला बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप की मेजबानी कर रहा है. हालांकि कई देशों ने दिल्ली में हो रही चैंपियनशिप में हिस्सा लेने से इनकार दिया है.
नई दिल्ली. भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) दिल्ली में होने वाली महिला वर्ल्ड चैंपियनशिप का बहिष्कार करने वाले देशों की संख्या बढ़ने से निराश नहीं है. उन्होंने फैसला किया है कि वो इन सभी देशों को मनाकर वापस ले आएंगे. इसके लिए उन्होंने कोशिशें भी शुरू कर दी हैं. अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) ने अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) के फैसले के खिलाफ रूस और बेलारूस के मुक्केबाजों को अपने ध्वज तले खेलने की अनुमति दे दी. आईओसी ने रूस के यूक्रेन पर हमले के कारण उसके खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया है और वह अपने ध्वज तले नहीं खेल सकते हैं.
आईबीए के फैसले के विरोध में नौ देशों ने नयी दिल्ली में 15 से 26 मार्च तक होने वाली महिला विश्व चैंपियनशिप से हटने का फैसला किया है. इन देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, आयरलैंड, कनाडा, स्वीडन, पोलैंड, नेदरलैंड्स, चेक गणराज्य और यूक्रेन शामिल हैं.
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निराश नहीं है बॉक्सिंग फेडरेशन
बीएफआई के कार्यकारी निदेशक कर्नल अरुण मलिक ने पीटीआई से कहा, हमें निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि 74 देश अब भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आ रहे हैं. केवल कुछ देशों ने ही हटने का फैसला किया है. बीएफआई ने बहिष्कार कर रहे देशों में से छह देशों के साथ अपना फैसला बदलने के लिए बातचीत शुरू कर दी है. मलिक ने कहा, हमने प्रतियोगिता से हटने वाले छह देशों को पत्र लिखा है. वह हमारे अध्यक्ष अजय सिंह के साथ बात कर सकते हैं. यह हमें नहीं पता कि उनकी तरफ से किस स्तर पर फैसला लिया गया है. हम नहीं जानते कि फैसला उनके राष्ट्रीय महासंघ ने लिया है कि उनकी सरकार ने हमारा प्रयास इनमें से कुछ देशों को प्रतियोगिता में शामिल करने का है.
तीसरी बार भारत को मिली है मेजबानी
भारत ने कभी भी पुरुषों की वर्ल्ड चैंपियनशिप का आयोजन नहीं किया है, लेकिन यह तीसरी बार होगा जब देश में महिलाओं की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी. 2006 और 2018 में नई दिल्ली में ही टूर्नामेंट का आयोजन हो चुका है. तुर्की में महिलाओं के आयोजन के पिछले संस्करण में भारत ने तीन पदकों के साथ वापसी की थी, जिसमें निकहत जरीन का फ्लाईवेट वर्ग में गोल्ड शामिल था.
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