Yoga and Pranayama: योग और प्राणायाम में क्या है फर्क? यहां जानें

Yoga and Pranayama: योग और प्राणायाम में क्या है फर्क? यहां जानें

Yoga and Pranayama: बहुत से लोगों ये लगता है कि योग और प्राणायाम एक ही हैं. लेकिन ऐसा नहीं है. योग और प्राणायाम में अंतर होता है. आइए यहां जानते हैं कि योग और प्राणायाम में क्या अंतर होता है.

Yoga and Pranayama: भारत में योग की परंपरा बहुत ही पुरानी है. लेकिन इन दिनों लोगों का लाइफस्टाइल इतना खराब हो गया है कि वे योग को समय ही नहीं दे पाते हैं. इस वजह से कई बीमारियां भी घेर लेती है. योग से फिट रहने के साथ-साथ आप खुद को कई तरह की गंभीर बीमारियों से भी बचा पाते हैं. इससे आप न केवल खुद को शारीरिक रूप से स्वस्थ रख पाते हैं बल्कि आप मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहते हैं. इन दिनों बहुत से लोग ऐसे हैं जो एक्सरसाइज करनी की बजाए योग या प्राणायाम करते हैं.

लेकिन इस दौरान बहुत से लोगों को ऐसा लगता है कि योग और प्राणायाम एक ही है, लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है. ये दोनों ही बिलकुल अलग है. चलिए यहां जानते हैं योग और प्राणायाम में क्या अंतर है.

जानें योग क्या है

योग के दौरान आप शारीरिक व्यायाम करते हैं. योग का मतलब जुड़ना या जोड़ना होता है. योग एक तरह व्यायाम होता है. ये शरीर को लचीला बनाने में मदद करता है. योग को सांस लेने के व्यायाम के साथ किया जाता है. योग करने से बॉडी स्ट्रेच होती है. इससे मांसपेशियां मजबूत होती है. योग आपको अस्थमा जैसी कई बीमारियों से बचाने का काम करता है. इससे आप अपनी मांसपेशियों को भी मजबूत बना पाते हैं. इसके साथ ही ये आपकी इम्युनिटी को भी बढ़ाता है.

जानें प्राणायाम क्या है

प्राणायाम के दौरान और श्वास पर ध्यान केंद्रित करते हैं. आप इसे श्वास का योग भी कह सकते हैं. आप कुछ अभ्यासों के माध्यम से सांस ले पाते हैं. नियमित प्राणायाम करने से आपका मन शांत रहता है. इससे आप खुद को स्ट्रेस फ्री रख पाते हैं. प्राणायाम करने से आप कफ विकार को कम कर पाते हैं. प्राणायाम करने से हृदय को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है. इससे आप इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बना पाते हैं. ये आपकी एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करता है. प्राणायाम करने से आप खुद को कई मानसिक बीमारियों से भी बचा पाते हैं. इससे आप की नींद की क्वालिटी में भी सुधार होता है. प्राणायाम के दौरान सांस लेना और छोड़ना होता है. इससे आपकी फेफड़ों की कार्यक्षमता में भी सुधार होता है. ये आपके फेफड़ों को मजबूती देने का काम करता है.