ज्वेलरी मार्केट में उतरा आदित्य बिड़ला ग्रुप, टाइटन और कल्याण ज्वेलर्स को मिलेगी कड़ी टक्कर

ज्वेलरी मार्केट में उतरा आदित्य बिड़ला ग्रुप, टाइटन और कल्याण ज्वेलर्स को मिलेगी कड़ी टक्कर

आदित्य बिड़ला ग्रुप का कारोबार मेटल, पल्प एंड फाइबर, सीमेंट, कैमिकल, कपड़ा, कार्बन ब्लैक, फाइनेंशियल सर्विसेज, फैशन रिटेल, रिनुएबल एनर्जी और ट्रेडिंग जैसे कई सेक्टर में फैला हुआ है.

कपड़े और जूते बेचने के बाद आदित्य बिड़ला ग्रुप अब गहने बेचने की तैयारी कर रहा है. जिसके तहत ग्रुप ने 5 हजार करोड़ रुपये की धांसू प्लानिंग कर ली है. इस प्लानिंग के साथ ग्रुप टाटा ग्रुप के टाइटन और कल्याण ज्वेलर्स को कड़ी टक्कर देगा. जानकारी के अनुसार ग्रुप ब्रांडेड ज्वेलरी मार्केट में एंट्री कर रहा है. ग्रुप की ओर से बयान के अनुसार नए वेंचर का नाम “नोवेल ज्वेल्स लिमिटेड” होगा, जो पूरे भारत में ज्वेलरी स्टोर खोलेगा. जिसमें इन-हाउस ब्रांड की ज्वेलरी होंगी.

पेंट्स और बिल्डिंग मटीरियल के लिए बी2बी ई-कॉमर्स के बाद पिछले दो वर्षों में ग्रुप का यह तीसरा बड़ा वेंचर है. इसके अलावा ग्रुप आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड के तहत एक बड़ा फैशन रिटेल बिजनेस भी चला रहा है जिसमें मेल-फीमेल गारमेंट्स, सामान और जूते बेचता है.

2025 तक 90 अरब डॉलर का होगा मार्केट

ग्रुप ने कहा कि ब्रांडेड ज्वैलरी रिटेल वेंचर के लिए पूरा स्टाफ नया रिक्रूट किया गया है. भारत के जेम्स एंड ज्वेलरी मार्केट की देश की जीडीपी में लगभग 7 फीसदी हिस्सेदारी है. भारत का ज्वेलरी मार्केट 2025 तक 90 अरब डॉलर तक बढ़ने का अनुमान है. भारत ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ज्वेलरी के लिए सबसे बड़े बाजारों में से एक है. साथ ही भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड इंपोर्टर है और गोल्ड की बनी ज्वेलरी एक्सपोर्ट भी करता है.

कई सेक्टर्स में फैला हुआ कारोबार

कंपनी के अनुसार इस मार्केट के तेजी के साथ ग्रोथ करने साथ इंफॉर्मेल सेक्टर से फॉर्मेल सेक्टर में ट्रांजिशन हो रहा है. ग्रुप इस मार्केट में सही समय में एंट्री कर रहा है. जो इंडियन कंज्यूमर्स को बेहतरीन डिजाइन के साथ ज्वेलरी देने के लिए तैयार है. आदित्य बिड़ला ग्रुप का कारोबार मेटल, पल्प एंड फाइबर, सीमेंट, कैमिकल, कपड़ा, कार्बन ब्लैक, फाइनेंशियल सर्विसेज, फैशन रिटेल, रिनुएबल एनर्जी और ट्रेडिंग जैसे कई सेक्टर में फैला हुआ है.