पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को राहत, चार सप्ताह के लिए मिली अंतरिम बेल

पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को राहत, चार सप्ताह के लिए मिली अंतरिम बेल

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को हाई कोर्ट से राहत मिल गई है. सीएम नायडू को चार सप्ताह के लिए अंतरिम बेल दी गई है. नायडू तथाकथित स्किल डेवलपमेंट घोटाला के मामले में करीब 50 दिनों तक न्यायिक हिरासत में थे. आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने चंद्रबाबू नायडू को सशर्त जमानत दी है. 24 नवंबर को उन्हें कोर्ट में सरेंडर करना होगा.

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को एपी राज्य कौशल विकास निगम (एपीएसएसडीसी) से संबंधित घोटाले के मामले में अंतरिम जमानत मिल गई है. आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने चंद्रबाबू नायडू को चार सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत दी है.

30 अक्टूबर को इस मामले में सुनवाई हुई थी, जिसके बाद कोर्ट ने जमानत पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. जिसके बाद आज कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए उन्हें मेडिकल ग्राउंड पर चार सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत दे दी. ये जानकारी हाई कोर्ट के वकील सुनकारा कृष्णमूर्ति ने दी. फिलहाल कोर्ट के आदेश की कॉपी आना अभी बाकी है.

यह भी पढे़ं- कामारेड्डी सीट पर भी किस्मत आजमा रहे CM KCR, क्या कांग्रेस-BJP रोक पाएंगे रास्ता

24 नवंबर तक सशर्त जमानत

कोर्ट के आदेश के मुताबिक चंद्रबाबू नायडू को 24 नवंबर तक सशर्त जमानत दी गई है. कोर्ट ने उन्हें 24 नवंबर को सरेंडर करने का आदेश दिया गया है. कोर्ट की शर्तों के मुताबिक चंद्रबाबू नायडू अस्पताल के अलावा किसी भी कार्यक्रम में नहीं जा सकेंगे. इसके साथ ही वो किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम में भाग नहीं ले सकेंगे ना ही किसी से फोन पर बात कर सकेंगे.

करीब 50 दिनों से राजमुंदरी जेल में हैं नायडू

करोड़ों रुपए के कौशल विकास घोटाला मामले में चंद्रबाबू नायडू करीब 50 दिनों से ज्यादा समय से राजमुंदरी जेल में हैं. 9 सितंबर को उन्हें सीआईडी ने गिरफ्तार किया था. इससे पहले उन्होंने विजयवाड़ा कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन वहां से निराशा हाथ लगने के बाद उन्होंने हाई कोर्ट का रुख किया था.

यह भी पढे़ं- कोरुतला सीट पर BRS की हैट्रिक, क्या BJP सांसद रोक पाएंगे जीत का सिलसिला

आपको बता दें कि राज्य की जगनमोहन रेड्डी सरकार ने चंद्रबाबू नायडू को अंदर रखने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी थी, ताकि वो बाहर आकर उनके खिलाफ चुनाव प्रचार कर न पाए, हालांकि जगनमोहन इस बात से साफ इनकार करते रहे हैं कि चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी में उनका किसी भी तरह का हाथ है.