हम त्रिपुरा को विभाजित नहीं होने देंगे, ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ की मांग पर भड़के असम के CM

हम त्रिपुरा को विभाजित नहीं होने देंगे, ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ की मांग पर भड़के असम के CM

सरमा ने अपने ट्विटर अकाउंट एक क्लिप साझा करते हुए कहा कि भाजपा ने मोथा से हाथ नहीं मिलाया और राज्य में करीब 50 सीटें जीतने की संभावना को खारिज कर दिया.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आज यानी रविवार को त्रिपुरा के लोगों को आश्वासन दिया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य को विभाजित करने के कदम के खिलाफ है और चाहे वह सत्ता में आए या न आए, पार्टी राज्य को एकजुट रखेगी. धलाई जिले में एक जनसभा संबोधन के दौरान, सरमा ने कहा कि त्रिपुरा के विभाजन की मांगों को लेकर गुवाहाटी में टिपरा मोथा के प्रमुख प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मा ने उनसे मुलाकात की थी.

सरमा ने आगे कहा कि देब बर्मा, जिन्हें महाराज के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने मुलाकात कर त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) के लिए एक अलग भूमि की मांग की थी, जिसे ग्रेटर तिप्रालैंड के रूप में जाना जाता है.

‘भाजपा ने मोथा से नहीं मिलाया हाथ’

सरमा ने कहा कि उन्होंने मांग को खारिज कर दिया और आगामी विधानसभा चुनाव में सेना में शामिल होने के लिए बातचीत को आगे नहीं बढ़ाया. सीएम ने आगे कहा, “मैंने महाराज से कहा कि त्रिपुरा राज्य मां त्रिपुरा सुंदरी के आशीर्वाद से बना है.किसी को भी राज्य को विभाजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.”सरमा ने अपने ट्विटर अकाउंट एक क्लिप साझा करते हुए कहा कि भाजपा ने मोथा से हाथ नहीं मिलाया और राज्य में करीब 50 सीटें जीतने की संभावना को खारिज कर दिया.

‘डबल इंजन वाली भाजपा सरकार को वोट दें’

वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने आज एक अन्य जनसभा में कहा कि त्रिपुरा आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, माकपा और टिपरा मोथा की ‘तिहरी मुसीबत’ का सामना कर रहा है और भाजपा की डबल इंजन सरकार ही राज्य को इससे बचा सकती है. शाह ने यह भी कहा कि त्रिपुरा में लंबे समय तक आदिवासियों को धोखा देने वाला वाम दल अब लोगों को धोखा देने के लिए एक आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश कर रहा है.यदि आप इस तिहरी मुसीबत से बचना चाहते हैं, तो डबल इंजन वाली भाजपा सरकार को वोट दें.