पत्तों की तरह ढहीं इमारतें, मलबे में दबे लोग, रोंगटे खड़े कर रहे तुर्की के VIDEOS

पत्तों की तरह ढहीं इमारतें, मलबे में दबे लोग, रोंगटे खड़े कर रहे तुर्की के VIDEOS

तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के बाद हर तरफ तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है, इलाके से इतने खतरनाक वीडियोज सामने आ रहे हैं जिन्हें देखकर लोग सहम जा रहे हैं...

दक्षिण पूर्वी तुर्की और दक्षिणी सीरिया में सोमवार को आए 7.8 की तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में 2200 से अधिक लोगों की मौत हो गई. भूकंप से सैकड़ों इमारतों को नुकसान पहुंचा है. हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचावकर्मी अब भी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं. सीमा के दोनों ओर भूंकप का झटका सूर्योदय से पहले महसूस हुआ और लोगों को सर्दी और बारिश के बावजूद बाहर आना पड़ा. भूकंप से कई इमारतें ध्वस्त हो गई हैं और भूकंप उपरांत झटके अब भी महसूस किए जा रहे हैं.

विभिन्न शहरों में बचावकर्मी और निवासी ध्वस्त हुई इमारतों से जिंदा लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं. भूकंप में ध्वस्त हुए तुर्की के एक अस्पताल और सीरिया के गिने-चुने अस्पतालों से नवजातों सहित मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा. तुर्की के शहर अदाना के एक निवासी ने बताया कि उसके आसपास की तीन इमारतें ध्वस्त हो गई हैं. पत्रकारिता के छात्र मुहम्मद फतीह युवस ने बताया कि मलबे में जिंदा फंसे एक व्यक्ति ने बचावकर्मियों द्वारा निकाले जाने की कोशिश के दौरान कहा, अब मुझमें कोई ताकत नहीं बची है.

तुर्की के सुदूर पूर्वी शहर दियारबकीर में क्रेन और बचावकर्मी भूकंप से ध्वस्त हुए अपार्टमेंट इमारत से जिंदा बचे लोगों को निकालकर स्ट्रेचर के माध्यम से अस्पताल पहुंचा रहे हैं. भूकंप के झटके काहिरा तक महसूस किए गए. इसका केंद्र सीरियाई सीमा से करीब 90 किलोमीटर दूर गजियांतेप शहर के उत्तर में था. भूकंप सीरिया के उस क्षेत्र में आया जहां एक दशक से अधिक समय से गृह युद्ध जारी है और प्रभावित इलाका सरकार और विद्रोहियों में बंटा हुआ और उनके चारों ओर रूस समर्थित सरकारी सेनाएं तैनात हैं. वहीं, तुर्की वाले इलाके में संघर्ष की वजह से लाखों शरणार्थी बसे हुए हैं.

विरोधियों के कब्जे वाले सीरियाई इलाके में लड़ाई की वजह से विस्थापित 40 लाख लोग रह रहे हैं. इनमें से कई उन इमारतों में रह रहे थे जो पहले से ही बमबारी की वजह से क्षतिग्रस्त थे. व्हाइट हेलमेट नामक विपक्षी आपात संगठन ने एक बयान में कहा कि सैकड़ों परिवार मलबे में दबे हैं.

बचावकर्मियों ने बताया कि पहले ही संसाधनों की किल्लत से जूझ रहे चिकित्सा केंद्र और अस्पताल जल्द घायलों से भर गए. एसएमएस चिकित्सा संगठन के मुताबिक सैन्य अस्पताल सहित कई अस्पतालों को खाली कराया गया है. अतमेह कस्बे के चिकित्सक मुहीब कदौर ने फोन पर द एसोसिएटेड प्रेस से कहा, हमें सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है.

भूकंप के बाद करीब 20 झटके महसूस किए गए, जिनमें से सबसे शक्तिशाली झटका 6.6 की तीव्रता का था. सीरिया के अल्लेपो और हामा शहर से लेकर तुर्की के दियारबाकीर तक इमारतों के ध्वस्त होने की सूचना है. राष्ट्रपति ने बताया कि भूकंप से करीब 3000 इमारतें ध्वस्त हो गई हैं. उपराष्ट्रपति ने बताया कि भूमध्य सागरीय तटीय शहर इस्कानदेरोन में एक अस्पताल ध्वस्त हो गया लेकिन हताहतों की संख्या की तत्काल जानकारी नहीं मिली है.

अब तक तुर्की की मदद के लिए दर्जनों देशों के अलावा यूरोपीय संघ और नाटो ने पेशकश की है और तलाशी व बचाव दल से लेकर चिकित्सा और धन भेज रहे हैं. तुर्की के उपराष्ट्रपति ने कहा, भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में हम खराब मौसम से संघर्ष कर रहे हैं. तलाश एवं बचाव के लिए 2800 दलों को तुरंत रवाना कर दिया गया है. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने ट्वीट किया कि भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लिए तलाश एवं बचाव दलों को तुरंत रवाना कर दिया गया है.

उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि जानमाल के कम से कम नुकसान के साथ हम इस आपदा से मिलकर बाहर निकलेंगे. ताइवान से लेकर रूस और जर्मनी तक ने मदद की पेशकश की है. तुर्की में लोग भूकंप प्रभावित इलाकों को छोड़कर बाहर जाना चाहते हैं जिसकी वजह से यातायात जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है और आपात टीम को घटनस्थलों पर पहुंचने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारियों ने लोगों से सड़कों पर नहीं आने की अपील की है. इलाके की मस्जिदों को उन लोगों के लिए खोल दिया गया है जिनके घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं क्योंकि इलाके में तापमान शून्य के करीब है.