2022 में चीन में बंद हुईं 5000 से ज्यादा चिप बनाने वाली कंपनियां, वजह है अमेरिका!

2022 में चीन में बंद हुईं 5000 से ज्यादा चिप बनाने वाली कंपनियां, वजह है अमेरिका!

टेक्नोलॉजी के मामले में अमेरिका ने चीन पर बड़ी चोट की है. अब चीन में हजारों चिप बनाने वाली कंपनियां बंद हो गई हैं. जो कंपनिया चालू हैं, वहां कर्मचारियों की छंटनी करने की नौबत आ गई है.

फोन हो, कंप्यूटर हो या हो लड़ाकू विमान, टेक्नोलॉजीकी इस दुनिया में चिप का कितना महत्व है, ये सभी जानते हैं. चिप को लेकर जो रिपोर्ट सामने आई है, उसने चौंका दिया है. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन चिप बनाने के मामले में पिछड़ता जा रहा है. चीन में चिप बनाने वाली हजारों कंपनियां बंद हो रही हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि चीन के सेमीकंडक्टर उद्योग बड़े पैमाने पर दिवालिया हो रहे हैं. इसके पीछे अमेरिकी प्रतिबंधों और चीन की आर्थिक मंदी बड़ा कारण हैं. इन कारणों की वजह से चीन के चिप उद्योग को उबरने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

चीनी की टाइटेनियम मीडिया ऐप की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन में हर दिन 15 चिप कंपनियां बंद हो रही हैं. साल 2022 में कम से कम 5746 चीनी चिप कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया था, जो कि 2021 की तुलना में 68 फीसदी ज्यादा था. 2021 में 3420 चिप कंपनियां बंद हुई थीं.

चिप कंपनियों में हो रही छटनी

चीन की प्रमुख फ्लैश मेमोरी कंपनी निर्माता यांग्त्ज़ी मेमोरी ने अपनी उत्पादन मात्रा कम कर दी है. कंपनी ने अपने 10 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बनाई है. इस साल वुहान में एक नए कारखाने की योजना को भी निलंबित कर दिया गया है. वेबसाइट चिप लैंग्वेज के एक विश्लेषण के मुताबिक चीन में सेमीकंडक्टर उद्योग इसलिए बंद हो रहे हैं, क्योंकि कंपनी में काम करने वाले लोग अनुभवहीन हैं. चीन पर अमेरिकी निर्यात नियंत्रण ने भी चीनी फर्मों के प्रदर्शन और विश्वास पर महत्वपूर्ण प्रभाव छोड़ा है.

बाइडेन के इस फैसले से चीन पर चोट

ताइवान इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च के इंडस्ट्रियल इकोनॉमिक्स डेटाबेस के निदेशक लियू पेई-चेन ने बताया कि चीनी चिप कंपनियों के बड़े पैमाने पर दिवालिया होने का पहला कारण यूएस-चीन प्रौद्योगिकी युद्ध है. चीन में चिप बनाने वाले बिजनेसमैन पर अमेरिका के विभिन्न निर्यात नियंत्रण पिछले साल कड़े हो गए. 9 अगस्त 2022 को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आधिकारिक तौर पर चिप और विज्ञान अधिनियम 2022 पर हस्ताक्षर किए.

चीन में सामान निर्यात नहीं कर रही अमेरिकी कंपनियां

ये अधिनियम घरेलू सेमीकंडक्टर उद्योग के विकास को बढ़ावा देने के अलावा यह निर्धारित करता है कि अमेरिकी सरकार से सब्सिडी प्राप्त करने वाली चिप कंपनियों को अनुमति नहीं दी जाएगी. अधिनियम में यह भी कहा गया है कि अमेरिका की चिप बनाने वाली कंपनी चीन में चिप के निर्माण के लिए सामान का निर्यात नहीं कर सकेंगी, अगर उन्हें ऐसा करना है तो सबसे पहले सरकार की अनुमति लेनी होगी.