यूक्रेन में थे बाइडेन, उसी वक्त रूस कर रहा था ‘शैतान’ मिसाइल का परीक्षण, लेकिन…

यूक्रेन में थे बाइडेन, उसी वक्त रूस कर रहा था ‘शैतान’ मिसाइल का परीक्षण, लेकिन…

अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि जब राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन में थे, तब रूस ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किा था, लेकिन यह सफल नहीं हुआ.

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन में थे. ठीक इसी वक्त रूस ने एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का परीक्षण किया, लेकिन यह परीक्षण फेल हो गया. सीएनएन में छपी रिपोर्टस के मुताबिक अमेरिकी अधिकारियों ने बकाया कि रूस ने मिसाइल के परीक्षण से पहले अमेरिका को संघर्ष विराम के लिए जरिए सूचना भी दी थी. एक अधिकारी ने बताया कि रूस के इस परीक्षण से अमेरिका को कोई खतरा नहीं था.

पश्चिम देशों में शैतान II के नाम से मशहूर ये SARMAT मिसाइल कई परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. रूस ने इसका पहले भी सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि अगर रूस इस मिसाइल का सफल परीक्षण करता तो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को अपने ‘स्टेट ऑफ द नेशन’ संबोधन में इसका जिक्र जरूर करते, लेकिन अपने एक घंटे 45 मिनट के भाषण में उन्होंने इसको लेकर कोई बात नहीं की.

अमेरिका के साथ परमाणु संधि में रूस की भागीदारी खत्म

इस बीच व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की कि रूस न्यू स्टार्ट संधि में अपनी भागीदारी निलंबित कर रहा है, जिसका उद्देश्य परमाणु हथियारों के विस्तार पर रोक लगाना है. यह संधि अमेरिका के साथ रूस का आखिरी बचा हुआ परमाणु हथियार नियंत्रण समझौता है. पुतिन ने अपने संबोधन में यह भी घोषणा की कि वह यूक्रेन में युद्ध को लेकर अपनी रणनीति में बदलाव नहीं करेंगे. इस घोषणा से पश्चिमी देशों और रूस के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका है. पुतिन ने कहा है कि रूस उस संधि में अपनी भागीदारी निलंबित कर रहा है जिसका उद्देश्य परमाणु हथियारों के विस्तार पर रोक लगाना है.

रूस अब दुनिया में सर्वाधिक प्रतिबंधित देश- अमेरिका

यूक्रेन पर रूस के जारी हमलों के लगभग एक साल होने के मद्देनजर अमेरिका के राष्ट्रपति जो. बाइडन पौलेंड के रॉयल कैसल से यूक्रेन के पक्ष में और रूस के खिलाफ संदेश देते नजर आए. अब सवाल हालांकि ये भी हैं कि क्या अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध मॉस्को को कोई बड़ा झटका दे पाए हैं. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, रूस अब दुनिया में सर्वाधिक प्रतिबंधित देश है.