कौन हैं कृपाशंकर कन्नौजिया? जिनकी एक गलती और DSP से बन गए सिपाही

कौन हैं कृपाशंकर कन्नौजिया? जिनकी एक गलती और DSP से बन गए सिपाही

डीएसपी साहब समय पर घर नहीं पहुंचे. पत्नी ने डीएसपी साहब पर शक होने के कारण उनके अधिकारी से शिकायत कर दी. शिकायत के बाद जांच की गई कि आखिर डीएसपी साहब हैं कहां पर? फोन सर्विलांस में लगाया गया, उसके बाद जो हुआ उसने डीएसपी साहब को फिर से वहीं पहुंचा दिया, जहां से उनकी शुरुआत हुई थी.

कृपाशंकर कन्नौजिया…यह नाम इन दिनों सुर्खियों में है. कुछ दिन पहले तक कृपाशंकर उत्तर प्रदेश के बीघापुर में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) के पद पर तैनात थे. लेकिन उनकी एक हरकत ने न केवल उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया, बल्कि नौकरी में भी डिमोशन करा दिया. डीएसपी रहे कृपाशंकर अब पुलिस कांस्टेबल की नौकरी करते दिखाई देंगे. आखिर विभाग ने उनका डिमोशन क्यों किया, जानिए पूरी कहानी.

महिला सिपाही के साथ पकड़े जाने के कारण उनकी नौकरी के सफर की शुरुआत जहां से हुई थी, अब वह फिर से वहीं पहुंचा दिए गए हैं. उनकी एक गलती ने उन्हें वहीं पहुंचा दिया, जहां से उनके करियर की शुरुआत हुई थी.

दरअसल, कृपाशंकर बीघापुर सर्किल में डीएसपी के पद पर तैनात थे. काम के बाद वह घर लौटने के लिए निकले थे, लेकिन समय पर घर नहीं पहुंचे. घर समय पर न पहुंचने के कारण उनकी पत्नी ने उन्नाव के एसपी से शिकायत कर दी. एसपी ने डीएसपी कृपाशंकर के फोन को सर्विलांस पर लगवाया, जिससे उनकी लोकेशन का पता चल गया. उनकी लोकेशन कानपुर के एक होटल की थी, जहां जाने पर वह एक महिला सिपाही के साथ कमरे में पाए गए.

पदावनत कर फिर से बनाया सिपाही

डीएसपी कृपाशंकर कन्नौजिया विभागीय परीक्षा पास करने के बाद सिपाही से दरोगा बनाए गए थे. उस समय की विभागीय परीक्षा देने के बाद वह इंस्पेक्टर के पद पर तैनात किए गए थे. कुछ समय तक इंस्पेक्टर के पद पर काम करने के बाद आरआई बनाए गए और फिर सीओ की रैंक पर प्रमोट किए गए, लेकिन उनकी एक गलती के कारण उन्हें गोरखपुर पीएसी में भेज दिया गया. अभी फिलहाल, उन्होंने सिपाही के तौर पर ज्वाइन नहीं किया है.

कृपाशंकर मूलरूप से देवरिया के रहने वाले हैं. वह समय से घर नहीं पहुंचे तो उनकी पत्नी ने एसपी से शिकायत कर दी और जांच सही पाए जाने पर डीजीपी ने उन्हें निलंबित कर दिया. वह विभागीय छवि के खिलाफ आचरण करते हुए पाए गए, जिस कारण उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई. अब उन्हें 26 वीं वाहिनी के दल में नियुक्त कर दिया गया है.