खेत में धोती से ढका मिला पिता का शव, बिलख पड़ा बेटा, बोला- जमीन के लिए किया गया मर्डर
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था. रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. बिसरा सुरक्षित रखा गया है. मामले की जांच की जा रही है. मुकदमा दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सनसनीखेज घटना सामने आई है. यहां गुलरिया थाना क्षेत्र स्थित एक शख्स शाम को अपने निर्माणाधीन मकान की रखवाली के लिए गया था. उसका शव मकान से करीब 250 मीटर की दूरी पर मिला है. परिजन 10 डिसमिल जमीन के लिए पट्टीदारों की ओर से हत्या की घटना को अंजाम देने का आरोप लगा रहे हैं. मामले में मृतक के पुत्र ने पुलिस से शिकायत की है.
गुलरिहा थाना क्षेत्र के करमहा गांव के निवासी कोदई का मकान गांव से बाहर बन रहा था. कोदई वहां रखे सामान की रखवाली के लिए शुक्रवार की शाम को ही चले गया था. रात में करीब 9:00 बजे उसका बेटा जालंधर खाना देने के लिए मकान पर गया तो वह वहां नहीं था. उसने आसपास खोजा, लेकिन वह नहीं मिला. उसने आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं आया. वह यह सोचकर कर खाना वहीं रख दिया कि पिताजी हो सकता है कहीं आसपास गए हों. अभी आएंगे तो खाना खा लेंगे. कुछ देर के बाद वह दोबारा गया तो खाना वहीं पड़ा था. वह तुरंत गांव के घर पर वापस आया और अपने दोनों भाइयों सुरेंद्र व दिनेश को बताया कि पिताजी मकान पर नहीं हैं.
ऐसे में तीनों भाई पिता को खोजने निकल पड़े. गांव में जाकर लोगों से पूछते रहे कि पिताजी उनके पास तो नहीं आए हैं. रात करीब 1:30 बजे तीनों भाई खोजकर घर वापस आ गए, लेकिन उसका पता नहीं चला. सुबह गांववालों ने बताया कि उसका शव एक खेत में पड़ा हुआ है. मृतक का पुत्र जब उस तरफ गया तो मकान से करीब ढाई सौ मीटर दूर गेहूं के खेत में पिता का शव पड़ा हुआ था. शव को उनकी धोती ओढाई गई थी. बेटे ने घटना की सूचना डायल 112 को दी. पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया.
खेत में धोती से ढका मिला पिता का शव
मृतक के पुत्रों ने बताया कि 10 डिसमिल जमीन को लेकर पट्टीदारों से काफी दिनों से विवाद चल रहा था. कई बार हम लोग समझौता करने की कोशिश किए. थाने में भी कई बार शिकायत की. यही नहीं, अधिकारियों की चौखट पर भी एप्लीकेशन दिया गया था. बावजूद इसके समस्या का समाधान नहीं हो पाया था. पट्टीदार बार-बार अंजाम भुगतने की धमकी भी देते थे, लेकिन हम लोगों को यह नहीं पता था कि अंजाम इस तरह से भुगतना पड़ेगा. हम लोग अनाथ हो जाएंगे. हम लोगों के सिर से पिता का साया उठ जाएगा. हम लोग ऐसा जाने होते तो जमीन क्या पूरा मकान भी दे देते, लेकिन पिता को बचा लेते.
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था. रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. बिसरा सुरक्षित रखा गया है. मामले की जांच की जा रही है. मुकदमा दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.