क्या Adani के लिए सरकार ने बरती ढील, जानिए क्या है पूरा मामला?
अडानी ग्रुप को लेकर फिच रेटिंग्स और मूडीस की रिपोर्ट आई दोनों एजेंसियों ने कहा है कि अडानी ग्रुप को लेकर दिए कर्ज पर बैंकों का रिस्क बहुत कम है.
अडानी समूह को लेकर खबरों का बाजार एक बार फिर गर्म दिखा. समूह की कंपनी अडानी विलमेयर में अपने दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी किए. कंपनी को दिसंबर तिमाही में 246 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ यह बीते साल की दिसंबर तिमाही में 211 करोड़ रुपए रहा था. मुनाफे में 16 फीसद के उछाल के बाद कंपनी के शेयर में 5 फीसद की तेजी देखने को मिली.
इसके अलावा भी अडानी एंटरप्राइजेस के शेयर में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. शेयर 20 फीसद चढ़कर बंद हुआ. अडानी ग्रीन और अडानी टोटल में आज भी 5 फीसद की गिरावट देखने को मिली. वहीं अडानी ट्रांसमीशिन के शेयर में आज 5 फीसद का अपर सर्किट लगा.
अडानी ग्रुप को लेकर फिच रेटिंग्स और मूडीस की रिपोर्ट आई दोनों एजेंसियों ने कहा है कि अडानी ग्रुप को लेकर दिए कर्ज पर बैंकों का रिस्क बहुत कम है. अडानी समूह को लेकर राजनीति भी गर्म दिखी. विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने नियमों में बदलाव करके अडानी समूह को कई ऐसे प्रोजेक्ट दे दिए थे जिनके लिए वे पात्र नहीं थे. आरोप है कि 2019 में नीति आयोग और वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग यानी DEA की आपत्ति के बावजूद अडानी समूह को 6 एयरपोर्ट दे दिए गए थे.