भारत और श्रीलंका के बीच जल्द इंडियन रुपये में होगा ट्रेड, दोनों देशों को मिलेंगे ये फायदे
भारत और श्रीलंका आर्थिक ट्रांजैक्शन के लिए भारतीय रुपये के इस्तेमाल की संभावना पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने इस पर चर्चा भी की है.
भारत और श्रीलंका आर्थिक ट्रांजैक्शन के लिए भारतीय रुपये के इस्तेमाल की संभावना पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने इस पर चर्चा भी की है. दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश से जुड़े कदमों के जरिए ज्यादा मजबूत और करीबी सहयोग विकसित करने में मदद मिलेगी. भारतीय उच्चायोग ने गुरुवार को ट्रांजैक्शन के लिए भारतीय रुपये के इस्तेमाल पर चर्चा का भी आयोजन किया था.
2022 में फ्रेमवर्क हुआ था तैयार
भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि बैंक ऑफ Ceylon, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंकों ने अपने अनुभवों को साझा किया है. और दर्शकों को बताया कि उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका (CBSL) द्वारा 2022 में फ्रेमवर्क तैयार करने के बाद संबंधित वॉस्ट्रो/नॉस्ट्रो अकाउंट्स के जरिए रुपये में व्यापारिक ट्रांजैक्शन करना शुरू कर दिया है.
भागीदारी बैंकों ने रुपये में सेटलमेंट के बेनेफिट्स का भी जिक्र किया, जिसमें छोटी टाइमलाइन, कम एक्सचेंज की लागत और ट्रेड क्रेडिट की आसान उपलब्धता शामिल है. इस कदम का फायदा टूरिज्म और होस्पिटैलिटी इंडस्ट्री पर भी पड़ेगा. इससे कलेक्शन बढ़ाने में भी मदद मिलेगी, जिसका दूसरे क्षेत्र भी इस्तेमाल कर सकेंगे. श्रीलंका के वित्त मंत्री शेहान सेमासिंघे ने दोनों देशों के बीच करीबी आर्थिक रिश्तों और भारत द्वारा बीते एक साल के दौरान दिए गए वित्तीय और मानवीय समर्थन की सराहना की.
भारत कर रहा लगातार कोशिश
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ने के बाद पश्चिमी देशों द्वारा पाबंदियां लगाने की पृष्ठभूमि में भारत रुपये में विदेशी लेनदेन को बढ़ावा देने की लगातार कोशिश कर रहा है. इसी तरह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जुलाई 2022 में घरेलू करेंसी में सीमा-पार व्यापारिक लेनदेन पर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए थे.
RBI के दिशा-निर्देश जारी करने के बाद रूस के सबसे बड़े बैंक स्बेरबैंक और दूसरे सबसे बड़े बैंक वीटीबी बैंक पिछले साल जुलाई में रुपये में व्यापार की मंजूरी पाने वाले पहले विदेशी बैंक बने थे. रूस के एक अन्य बैंक गैजप्रोमबैंक ने भी कोलकाता स्थित यूको बैंक के साथ यह खाता खोला है. हालांकि इस रूसी बैंक की भारत में कोई शाखा नहीं है.