पीएनबी नहीं बेचेगी केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस से हिस्सेदारी, बैंक ने किया बड़ा ऐलान
कुछ महीने पहले पीएनबी प्रमुख अतुल कुमार गोयल ने जानकारी दी थी कि केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस में हिस्सेदारी बेचने के अपने फैसले पर फिर से विचार कर सकता है.
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने बुधवार को ऐलान किया कि वह सहायक कंपनी केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस से अपनी हिस्सेदारी को नहीं बेचेगी. कंपनी की ओर से इस बात की जानकारी शेयर बाजार करे रेगुलेटरी फाइलिंग में भी है. बैंक की ओर से एक्सचेंज को दी गई जानकारी के अनुसार बैंक के निदेशक मंडल की 28 फरवरी को बैठक हुई थी जिसमें फैसला लिया गया है कि वह केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से अपनी हिस्सेदारी बेचने के फैसले को वापस ले रहा है.
कुछ समय पहले बैंक प्रमुख ने दिए थे संकेत
बैंक एक निवेशक के रूप में कंपनी में अपनी हिस्सेदारी को बनाए रखेगा. जिसके बाद पंजाब नेशनल बैंक के शेयरों में साढ़े तीन फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली और 50.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ. कुछ महीने पहले पीएनबी प्रमुख अतुल कुमार गोयल ने जानकारी दी थी कि केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस में हिस्सेदारी बेचने के अपने फैसले पर फिर से विचार कर सकता है. गोयल का इस साल जनवरी में बयान आया था कि पहले हम केनरा एचएसबीसी लाइफ में अपनी हिस्सेदारी बेचने के बारे में सोच रहे थे, लेकिन अब हम इस पर फिर से विचार विमर्श कर रहे हैं. इंश्योरेंस रेगुलेटर इरडा के गाइडलाइन में भी बदलाव हुआ है.
साल 2021 में हिस्सेदारी बेचने की हुई बात
पीएनबी ने 2021 में एक नियामक फाइलिंग में कहा था कि बैंक केनरा एचएसबीसी ओबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी को बाजार की स्थितियों और उपलब्ध विकल्पों के आधार पर उचित समय पर बेचने का इरादा रखता है. पूर्ववर्ती ओबीसी की जीवन बीमा कंपनी में 23 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जो मर्जर के बाद पीएनबी में आ गई थी. केनरा बैंक की 51 फीसदी ?हिस्सेदारी है, जबकि एचएसबीसी इंश्योरेंस (एशिया पैसिफिक) होल्डिंग्स लिमिटेड एक विदेशी भागीदार के रूप में 26 फीसदी की मालिक है.
इस कंपनी की भी प्रमोटर है पीएनबी
इससे पहले पीएनबी ने यह खुलासा नहीं किया था कि वह केनरा एचएसबीसी ओबीसी लाइफ इंश्योरेंस में कितनी हिस्सेदारी बेचेगा. पीएनबी एक दूसरी इंश्योरेंस कंपनी पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस की प्रमोटर भी है, जिसके पास 30 प्रतिशत की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है. कंपनी को 2001 में स्थापित किया गया था, जिसमें अन्य शेयरधारकों में यूएस-आधारित मेटलाइफ 26 प्रतिशत, एल्प्रो (21 प्रतिशत) और एम पल्लोनजी एंड कंपनी (18 प्रतिशत) शामिल हैं.