क्यों बढ़ी फ्यूल की डिमांड, फरवरी में पेट्रोल और डीजल की बिक्री में जोरदार उछाल

क्यों बढ़ी फ्यूल की डिमांड, फरवरी में पेट्रोल और डीजल की बिक्री में जोरदार उछाल

सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों की पेट्रोल की बिक्री फरवरी में 12 फीसदी बढ़कर 25.7 लाख टन हो गई. इससे पिछले साल के समान महीने में यह 22.9 लाख टन रही थी.

Fuel Demand Hike : फरवरी में फ्यूल की डिमांड में काफी उछाल देखने को मिला है. वास्तव में फरवरी के महीने में सर्दी का असर कम हुआ और पेट्रोल और डीजल की खपत में 10 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला. सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों की पेट्रोल की बिक्री फरवरी में 12 फीसदी बढ़कर 25.7 लाख टन हो गई. इससे पिछले साल के समान महीने में यह 22.9 लाख टन रही थी. कोविड से प्रभावित 2021 के समान महीने की तुलना में पेट्रोल की बिक्री 1.57 प्रतिशत अधिक रही है. वहीं फरवरी, 2020 की तुलना में इसमें 20 फीसदी का इजाफा हुआ है.

पेट्रोल और डीजल की डिमांड में इजाफा

महीने-दर-महीने आधार पर पेट्रोल की मांग 13.5 फीसदी बढ़ी है. इससे पिछले महीने पेट्रोल की मांग 5.1 प्रतिशत घटी थी. सबसे अधिक खपत वाले फ्यूल डीजल की बिक्री फरवरी में 13 फीसदी बढ़कर 65.2 लाख टन पर पहुंच गई. फरवरी, 2021 की तुलना में डीजल की बिक्री 12.1 प्रतिशत तथा 2020 के समान महीने की तुलना में 7.7 प्रतिशत बढ़ी है. मासिक आधार पर बात की जाए, तो जनवरी में डीजल की बिक्री 59.7 लाख टन रही थी. इस तरह मासिक आधार पर डीजल की मांग में 9.2 फीसदी की वृद्धि हुई है.

क्यों हुआ इजाफा?

जनवरी में बर्फबारी की वजह से पहाड़ी इलाकों में ट्रकों की आवाजाही प्रभावित हुई थी. इसके चलते मासिक आधार पर जनवरी में डीजल की बिक्री इससे पिछले महीने की तुलना में 8.6 प्रतिशत घटी थी. उद्योग सूत्रों का कहना है कि ट्रकों के फिर सड़क पर लौटने और रबी बुवाई सत्र के रफ्तार पकड़ने के साथ डीजल की मांग में उछाल आया है. दिसंबर की तुलना में जनवरी में डीजल की बिक्री घटने की एक और वजह थी. दिसंबर में लोगों ने छुट्टियां मनाने के लिए यात्रा की थी, जिससे डीजल की मांग ऊंची रही थी.

एटीएफ की डिमांड में भी बढ़ोतरी

इसके साथ ही फरवरी में एटीएफ की मांग सालाना आधार पर 41.3 फीसदी बढ़कर 5,74,200 टन पर पहुंच गई. हालांकि, फरवरी, 2020 की तुलना में एटीएफ की बिक्री कम रही है. माह-दर-माह आधार पर एटीएफ की बिक्री 3.3 प्रतिशत बढ़ी है. सूत्रों ने कहा कि घरेलू हवाई यात्रा कोविड-पूर्व के स्तर पर पहुंच गई है. हालांकि, कुछ देशों में अंकुशों की वजह से अभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें पीछे हैं.

रसोई गैस की डिमांड में भी इजाफा

फरवरी, 2023 में सालाना आधार पर रसोई गैस (एलपीजी) की बिक्री 2.43 प्रतिशत बढ़कर 25.3 लाख टन पर पहुंच गई. फरवरी, 2021 की तुलना में एलपीजी की खपत 12 प्रतिशत और फरवरी, 2020 की तुलना में 22.2 प्रतिशत अधिक रही. मासिक आधार पर एलपीजी की मांग 6.14 प्रतिशत बढ़ी है. जनवरी में एलपीजी की खपत 23.8 लाख टन रही थी.