चीनी का एक्सपोर्ट हो सकता है बैन, क्या सरकार का ये कदम चुनाव में घोलेगा ‘मिठास’?

चीनी का एक्सपोर्ट हो सकता है बैन, क्या सरकार का ये कदम चुनाव में घोलेगा ‘मिठास’?

देश में चीनी का उत्पादन इस साल कम रहने की संभावना है. ऐसे में 2024 के आम चुनाव से पहले क्या सरकार इसके एक्सपोर्ट पर बैन लगाएगी? पढ़ें ये खबर

देश में इस साल चीनी का प्रोडक्शन बीते साल की तुलना में कम रहने की संभावना है. ऐसे में केंद्र सरकार इसके निर्यात को प्रतिबंधित कर सकती है. अगले साल 2024 में आम चुनाव होने हैं, इसलिए सरकार की कोशिश रहेगी कि वह महंगाई को कंट्रोल में रखे, क्योंकि महंगाई पहले से ही ऊंचाई पर बनी हुई है.

चालू 2022-23 शुगर सीजन इयर (अक्टूबर-सितंबर) में चीनी का उत्पादन 327 लाख टन रहने की उम्मीद है. जबकि पिछले साल इसी अवधि में चीनी का उत्पादन 359 लाख टन था.

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मंत्रियों की कमेटी का सुझाव

इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इस मामले में सरकार ने मंत्रियों की एक कमेटी बनाई थी. कमेटी ने ‘तत्काल प्रभाव’ से शुगर मिल्स के एक्सपोर्ट डिस्पैच को रोकने का सुझाव दिया है.

मंत्रियों की इस कमेटी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल शामिल रहे. पीयूष गोयल के पास इस समय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय का भी प्रभार है. कमेटी की ताजा बैठक 27 अप्रैल को हुई है.

जल्द जारी होगा नोटिफिकेशन

सरकार चीनी के एक्सपोर्ट पर बैन लगाने का नोटिफिकेशन जल्द जारी कर सकती है. सूत्र ने जानकारी दी कि देश में घरेलू मांग को पूरा करने के लिए चीनी का पर्याप्त स्टॉक है. लेकिन कई राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सरकार कोई चांस नहीं लेना चाहती है.

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इस साल देश में चीनी की मांग 275 लाख टन रहने का अनुमान है. जबकि चीनी का उत्पादन इससे काफी ज्यादा 327 लाख टन रहने की उम्मीद है. देश में अभी चीनी का रिटेल प्राइस 42.24 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास बना हुआ है. जबकि सालभर पहले इसका भाव 41.31 रुपये प्रति किलोग्राम तक था.