ईशा योग केंद्र: झूमते दिखे सद्गुरू, महाशिवरात्रि की रात यूं हुए अनुयायियों से रूबरू

ईशा योग केंद्र: झूमते दिखे सद्गुरू, महाशिवरात्रि की रात यूं हुए अनुयायियों से रूबरू

महाशिवरात्रि के मौके पर ईशा फाउंडेशन ने कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर में स्थित ईशा योग केंद्र में बड़े स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया. इस दौरान खुद सद्गुरू अपने अनुयायियों से रूबरू हुए.

कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर में ईशा फाउंडेशन ने महाशिवरात्रि के मौके पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया था. ईशा फाउंडेशन के कार्यक्रम में पवित्र रात के दौरान कई जुलूस निकाले गए. नए उद्घाटन आध्यात्मिक केंद्र में कई भक्तों ने दिन के दौरान दीपार्पणम में हिस्सा लिया. कार्यक्रम 112 फीट की आदि योगी की प्रतिमा के परिसर में आयोजित किए गए थे, जो कोयम्बटूर के ईशा योग केंद्र की रेप्लिका है.

कोयम्बटूर में महाशिवरात्रि की रात भारी भीड़ जुटी, जहां मिडनाइट मेडिटेशन का भी आयोजन किया गया. यहां आयोजित होने वाले आध्यात्मिक कार्यक्रम, सद्गुरू उर्फ जग्गी वासुदेव के फॉलोअर्स के बीच काफी लोकप्रिय है. प्रत्येक साल यहां बड़े स्तर पर आयोजन किया जाता है, सद्गुरू खुद यहां अपने फॉलोअर्स से रूबरू हुए. वह इस दौरान डांस भी करते नजर आए, जहां उनके अनुयायियों को भी झूमते देखा गया.

सद्गुरू के उपदेश

ईशा फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में राम मिरजला, कुटले खान, मंगली, वेलमुरुगन, मीनल जैन, अनन्या चक्रवर्ती, निहार शेमबेकर और कन्नड़ लोक सिंगर सहित कई एक्टरों ने आध्यात्मिक संगीत पर बहुमुखी प्रतिभा से लोगों को खूब झूमाया. इतना ही नहीं केरल के तेय्यम डांसर्स सहित जॉर्जिया के डांस समूह ने भी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रमों में महाशिवरात्रि के महत्व का जिक्र करते हुए, सद्गुरु ने कहा, “यह हर किसी के लिए वास्तविक साधक, सत्य के खोजी, जीवन के समाधान के साधक, दोनों बाहरी और आंतरिक बनने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करने का दिन है.”

महाशिवरात्रि के मौके पर कार्यक्रम

ईशा फाउंडेशन द्वारा आयोजित मिडनाइट मेडिटेशन रात 10 बजे शुरू हुई और आधी रात तक जारी रही. कार्यक्रम का समापन सुबह 6 बजे हुआ. ईशा फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम का लाइव टेलिकास्ट भी किया गया, जहां राष्ट्रपित द्रौपदी मुर्मू भी शामिल हुई थीं. जनवरी में, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने चिक्काबल्लापुर में 112 फुट ऊंची आदि योगी की प्रतिमा का उद्घाटन किया था, जो बेंगलुरु से लगभग 60 किलोमीटर दूर है.

राष्ट्रपति मुर्मू ने की जग्गी सद्गुरु की सराहना

आदि योगी की 112 फुट लंबी प्रतिमा के नजदीक ईशा योग केंद्र पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि महाशिवरात्रि अंधकार एवं अज्ञानता की समाप्ति और ज्ञान का पथ खुलने के रूप में मनायी जाती है. उन्होंने कहा, शिवरात्रि का अध्यात्मिक प्रकाश हमारे जीवन के प्रत्येक दिन में हमारे पथ को प्रकाशित करे. ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जग्गी सद्गुरु के योगदान की सराहना करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि वह आधुनिक समय के ऋषी हैं और असंख्य लोगों विशेषकर भारत और विदेश के यूवाओं ने आध्यात्मिक प्रगति के लिए उनके भीतर प्रेरणा पाई है. इस मौके पर तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि, राज्य के आईटी मंत्री मानो थंगराज भी मौजूद थे.

महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शिव के विराट रूप , अध्यात्म और दर्शन आदि को लेकर टीवी 9 भारत वर्ष के एमडी और सीईओ बरुण दास ने योग के प्रचार-प्रसार के लिए प्रसिद्ध सदगुरु जग्गी वासुदेव जी से Duologue कार्यक्रम में बातकी. इसे आप यहां देख सकते हैं.

(भाषा इनपुट के साथ)