गजब! किसी का पता तो किसी का नाम गलत, केस्को ने भेजी 200 करोड़ की वसूली की नोटिस, तहसील से कर दी वापस

गजब! किसी का पता तो किसी का नाम गलत, केस्को ने भेजी 200 करोड़ की वसूली की नोटिस, तहसील से कर दी वापस

कानपुर में केस्को ने 200 करोड़ की ऐसी रिकवरी नोटिस जारी कर दी जो आधी अधूरी थी. जब यह नोटिस तहसील को भेजी गई तो राजस्व विभाग ने ऐसी तकरीबन 20,000 नोटिस वापस कर दी.

उत्तर प्रदेश के कानपुर में केस्को ने रिकवरी का नोटिस जारी किया. वहीं ये नोटिस जब वसूली के लिए तहसील पहुंचे तो उन्होंने विद्युत विभाग को वापस भेज दिया गया. तहसील की तरफ से ये कहा गया कि इन रिवकरी नोटिस में गलत पता लिखा और ये आधी अधूरी नोटिस हैं. केस्को को करीब 200 करोड़ की आधी अधूरी रिकरी नोटिस वापस भेजी गई हैं.

सरकारी विभागों में कामकाज के अजब गजब कारनामे देखने को मिलते है. कुछ मामले तो ऐसे सामने आते है कि मानो पूरे कुएं में ही भांग घुली हुई है. ऐसा ही एक मामला सामने आया कानपुर में जहां बिजली सप्लाई करने वाले विभाग केस्को ने 200 करोड़ की ऐसी रिकवरी नोटिस जारी कर दी जो आधी अधूरी थी. जब यह नोटिस तहसील को भेजी गई तो राजस्व विभाग ने ऐसी तकरीबन 20,000 नोटिस वापस कर दी.

राजस्व वसूली का जिम्मा तहसील का होता है. जब भी किसी विभाग को राजस्व की वसूली करवानी होती है तो इसके लिए आरसी यानी रिकवरी नोटिस जारी की जाती है. यह रिकवरी नोटिस तहसील को भेजी जाती है और तहसील प्रशासन इसकी वसूली कराकर उस विभाग को पैसे भेज देता है. आरसी की वसूली के लिए तहसील प्रशासन के पास काफी अधिकार है जिसमें बैंक खाता सीज करना भी शामिल है. इसी वजह से तहसील प्रशासन राजस्व की वसूली कर लेता है.

केस्को की लापरवाही उजागर

दूसरे विभागों के मुकाबले केस्को में सबसे ज्यादा रिकवरी नोटिस देखने को मिलते हैं. बिजली बिल के बकाए के अलावा अन्य मामले भी होते हैं जिसमें केस्को की तरफ से रिकवरी नोटिस जारी करके तहसील को भेज दी जाती है. तहसील प्रशासन के अनुसार वर्ष 2002 से 2021 के बीच हजारों ऐसी आरसी थीं जो केस्को द्वारा भेजी गई थी. उसमें से ज्यादातर आरसी तहसील प्रशासन ने आधी अधूरी होने की वजह से वापस कर दी थी. इसके बावजूद वर्ष 2021 से 2024 के बीच केस्को ने तकरीबन 35,000 आरसी तहसील को फिर से भेज दी.

20 हजार रिकवरी नोटिस वापस

अब तहसील प्रशासन ने इसमें से तकरीबन 20,000 रिकवरी नोटिस केस्को को वापस भेज दी है. वापस की गई इन सभी आरसी की कुल कीमत लगभग 200 करोड़ है. जो आरसी सही थीं उससे तहसील ने 10 करोड़ की वसूली की है. तहसील प्रशासन के अनुसार जो आरसी वापस की गई हैं उसमें कुछ न कुछ कमियां थी. किसी में पता गलत था, तो किसी में वसीयत गलत थी. कुछ आरसी में मृतक के नाम शामिल हैं. इस मामले में केस्को के मीडिया प्रभारी देवेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि प्रकरण की जांच की जाएगी और यदि किसी आरसी में कोई त्रुटि है तो उसमें सुधार करके पुनः प्रेषित कर दी जाएगी.