Indian Temples: सरकार को मिल जाए इन मंदिरों का खजाना, अमेरिका, चीन तो क्या घुटने टेक देगा पूरा जमाना

Indian Temples: सरकार को मिल जाए इन मंदिरों का खजाना, अमेरिका, चीन तो क्या घुटने टेक देगा पूरा जमाना

आज के दौर की बात करें तो नेता, अभिनेता से लेकर हर खासो आम मंदिरों में जाकर मथ्था टेकता है. आज के दौर का यह नया फैशन स्टेटमेंट सा बन गया है.

संघ प्रमुख मोहन भागवत और गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात में देश भर के धर्म गुरुओं से मुलाकात की. इस इवेंट में हिन्दु धर्म और उनके राइट्स को लेकर कई तरह के मुद्दे उठाए गए. इनमें से एक मुद्दा था सरकार को मंदिरों के मैनेजमेंट के दखल से बाहर आ जाना चाहिए. लेकिन क्या आपको पता है कि देश के टॉप अमीर मंदिरों के पास जो खजाना पड़ा हुआ है उससे भारत तो क्या अमेरिका, चीन जैसे देशों का कर्ज कम हो सकता है.

दरअसल धर्म, कर्म, पूजा-पाठ, इसकी वैल्यू तो हर कोई जानता है और हर इंसान अपने अपने तरीके से इसे करता भी है. आज के दौर की बात करें तो नेता, अभिनेता से लेकर हर खासो आम मंदिरों में जाकर मथ्था टेकता है. आज के दौर का यह नया फैशन स्टेटमेंट सा बन गया है. चुनाव जीतना हो या राजनीति करनी हो मंदिर और धर्म का कॉकटेल काफी सटीक बैठता है. देश में यूं तो हजारों मंदिर हैं जहां करोड़ों श्रद्धालु हर रोज अपनी अर्जी लेकर पहुंचते है.

ये भी पढ़ें: Adani Group : इतिहास बनाने की तैयारी में गौतम अडानी, विदेशी कर्ज से पिलाएंगे सभी को पानी

कमाई की बात करें तो अपने देश में कुछ ऐसे मंदिर हैं जिनकी इनकम अगर सरकार को मिलनी शुरू हो जाए तो अमेरिका, चीन तो क्या पूरी दुनिया में भारत का डंका बज सकता है. माता वैष्णों का मंदिर हो या तिरुपति बालाजी देश के कुछ नामचीन मंदिर केवल दान पेटी से करोड़ों की कमाई करते हैं. आइए आपको पूरी कहानी बताते हैं कि इन मंदिरों के खजाने से कैसे पूरी दुनिया भर भारत का राज हो सकता है.
टॉप मंदिरों की कमाई और उनका जरिया

ये भी पढ़ें: Elon Musk: इधर चिड़िया बना कुत्ता उधर डूब गए 75000 करोड़ रुपए, ऐसे हो गया खेल

देश के अमीर मंदिरों में गिना जाने वाले पद्मनाभ स्वामी मंदिर जो त्रिवेंद्रम में हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मंदिर की 6 तिजोड़ियों में 20 अरब डॉलर की संपत्ति है. इस मंदिर में भगवान विष्णु की एक सोने की मूर्ति है जिसकी कीमत 500 करोड़ रुपए बताई जाती है. वहीं आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर की बात करें इस मंदिर में 9 टन सोने का भंडार है. चढ़ावे के रुप में इस मंदिर में हर साल करीब 650 करोड़ का दान मिलता है. इस मंदिर को लड्डू और प्रसाद की बिक्री से भी हर साल लाखों की कमाई होती है. मंदिर के पास अलग-अलग बैंको में करीब 14000 करोड़ रुपए की रकम जमा हैं.

Padmanabhaswamy Temple

Padmanabhaswamy Temple

मदुरै के मीनाक्षी मंदिर को भी देश की टॉप अमीर मंदिरों में गिना जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मंदिर का सालाना कमाई 6 करोड़ रुपए की बताई गई है. इस मंदिर में हर रोज करीब 20 से 30 हजार लोग दर्शन के लिए आते है. शिरडी का साई मंदिर भी अमीर मंदिरों की लिस्ट में शामिल है. इस मंदिर के बैंक खाते में 1800 करोड़ रुपए के साथ 380 किलो सोना, 4428 किलो चांदी जमा है. वहीं मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर को दान और चढ़ावे से हर साल करीब 125 करोड़ रुपए की इनकम होती है.


अमेरिका, चीन, पाकिस्तान पर कर्ज

अभी तक आपने मंदिरों की कमाई और उनके इनकम का जरिया देखा. अब आपको बताते हैं कि अमेरिका, चीन समेत कई बड़े देशों की इकोनॉमी पर कर्ज का जाल ऐसा फैला है कि अगर समय रहते इनसे नहीं निपटा गया तो पूरी दुनिया में कोहराम मच सकता है. अकेले अमेरिका की बात करें तो केवल दो साल में अमेरिका पर कुल कर्ज 8.2 लाख करोड़ डॉलर बढ़ चुका है. वहीं चीन की बात करें तो इनपर करीब 385 बिलियन डॉलर का कर्ज है जो जीडीपी के 5.8 फीसदी के बराबर है. पाकिस्तान की बात करें तो यहां के हालात किसी से छुपे नहीं हैं. पाकिस्तान को तो अब नया कर्ज मिल भी नही पा रहा है. अगर इन टॉप अमीर मंदिरों के खजाने और कमाई को जोड़ दिया जाए तो इससे कई देशों का कर्ज उतारा जा सकता है.