Gwalior: लेडी IPS के पीछे क्यों पड़ा ये शख्स? कार से एक महीने तक किया पीछा

Gwalior: लेडी IPS के पीछे क्यों पड़ा ये शख्स? कार से एक महीने तक किया पीछा

ग्वालियर पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है. आरोपी ट्रेनी लेडी IPS अनु बेनीवाल की मोबाइल से लोकेशन ट्रेस करने के साथ-साथ कार से पीछा कर रहा था. संदेह होने पर ट्रेनी लेडी IPS अनु बेनीवाल ने उसे हिरासत में ले लिया और पूछताछ की. पूछताछ में आरोपी के तार खनन माफियाओं से जुड़े मिले.

मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में खनन माफिया से जुड़े एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी एक महीने से ट्रेनी लेडी IPS अफसर अनु बेनीवाल की मोबाइल लोकेशन को ट्रेस कर रहा था. आरोपी महिला IPS अफसर की लोकेशन खनन माफिया तक पहुंचता था. पिछले करीब एक महीने से महिला अफसर का कार से पीछा कर रहा था. जैसे ही लेडी अफसर को संदेह हुआ, वैसे ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.

दरअसल, भारतीय पुलिस सेवा की प्रशिक्षु अधिकारी अनु बेनीवाल बिजौली थाना में प्रभारी के रूप में पदस्थ होकर ट्रेनिंग कर रही हैं. इस इलाके से अवैध रेत खनन होकर निकलता है. अनु बेनीवाल मंगलवार की देर रात रूटीन चेकिंग पर निकली थीं, तभी थाने से बाहर निकलते ही उन्हें सफेद रंग की कार दिखी. यह कार बीते कई दिनों से उन्हें अपने आसपास दिख रही थी. उन्होंने एक आरक्षक को कार चालक को बुलाने भेजा तो वह आने की जगह आरक्षक से ही उलझ गया.

लेडी IPS की लोकेशन मिनट-टू-मिनट शेयर की

तब तक और पुलिस वाले दौड़कर पहुंचे और उसे दबोचकर थाने ले आए. पकड़े गए संदिग्ध ने पूछताछ में बताया कि उसका नाम आमिर खान है. खनन माफिया ने उसे धंधे में बाधा बन रहीं ट्रेनी IPS अनु बेनीवाल की लोकेशन ट्रेस कर मिनट-टू-मिनट ग्रुप में शेयर करने का काम सौंपा है. हर लोकेशन शेयर करने के बदले उसे पैसा मिलता है. आरोपी जिस कार से पीछा करता था, वह कार भी जब्त कर ली गई है. आरोपी से पूछताछ जारी है.

खनन माफियाओं पर कार्रवाई से सुर्खियों में IPS अनु बेनीवाल

बता दें कि ट्रेनी IPS अधिकारी अनु बेनीवाल की पोस्टिंग जब से बिजौली इलाके में हुई है, तब से उन्होंने लगातार खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है. यही वजह है कि खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है और वह IPS अधिकारी की लोकेशन पता करने की जुगत में लग गए थे, ताकि अवैध खनन पर छापे से पहले ही अधिकारी की लोकेशन पता चल जाए और वह पुलिसिया कार्रवाई से बच सकें.

(रिपोर्ट- धर्मेंद्र शर्मा/ग्वालियर)