ब्रेक फेल होने के बाद बंद हो गया था बरसाना में रोप-वे, अब इस दिन फिर से होने जा रहा शुरू

बरसाना में राधा रानी मंदिर तक जाने वाले रोपवे का संचालन मार्च 2025 में एक दुर्घटना के बाद रुक गया था. आईआईटी रुड़की ने जांच के बाद नई ट्रॉलियां लगवाईं और सुरक्षा जांच पूरी की गई. रोपवे गुरुवार से फिर से शुरू होने की उम्मीद है, जिससे श्रद्धालुओं को, खासकर वृद्धों और असमर्थ लोगों को, मंदिर तक पहुंचने में आसानी होगी.
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्थित श्री राधा रानी की नगरी बरसाना में फिर से रोपवे सुविधा शुरू होने जा रही है. यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु राधा रानी के दर्शन करने के लिए आते हैं. राधा रानी का मंदिर काफी ऊंचाई पर है, जहां सैकड़ो सीढ़ियां चढ़कर जाना पड़ता है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बरसाना में राधा रानी मंदिर जाने के लिए रोपवे का संचालन शुरू हुआ था, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 अगस्त 2024 में किया था. लेकिन, इसमें समस्या तब आई जब 18 मार्च 2025 को रोपवे की ट्राली के ब्रेक फेल हो गए, जिसके चलते वहां एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया था.
हालांकि, इस हादसे में कुछ श्रद्धालु मामूली रूप से घायल हुए थे. जिसके बाद रोपवे संचालन रोक दिया गया था. घटना की जांच की गई और नई ट्रॉलियां मंगाई गईं. अब सारी असुविधा दूर कर इसका फिर से संचालन शुरू किया जा रहा है. उम्मीद है कि गुरुवार से रोपवे को शुरू कर दिया जाएगा, जिससे बरसाना पहुंचकर राधा रानी के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु इसका फायदा उठा सकेंगे. खासकर इस सुविधा का फायदा उन लोगों को मिलता है, जो बीमार बुजुर्ग और चलने में असमर्थ हैं.
हादसे के बाद बंद कर दिया था रोपवे
जानकरी के मुताबिक, हादसे के बाद रोपवे बंद था. इसके बाद इसकी जांच करने के लिए आईआईटी रुड़की की टीम पहुंची, जहां पहले जांच में ब्रेक फेल होने की बात सामने आई. वही, उसके बाद जिसको फिर से सुचारू करने के लिए काफी समय लगा और नई ट्रॉलियां भी मुंबई से मंगाई गई.साथ ही रोपवे का संचालन शुरू करने के लिए आईआईटी रुड़की की टीम ने एक बार फिर विस्तृत रूप से इसका निरीक्षण कर जांच की.
गुरुवार से शुरू होने की संभावना
आईआईटी रुड़की की टीम द्वारा सर्वप्रथम ट्रॉलियों के पुर्जों को बारीकी से देखा गया और उसके बाद सिस्टम और ब्रेक की जांच की गई. इस रोपवे को फिर से सुचारू करने के लिए लगभग 1 महीने का समय लगा, इसके बाद यह बनाकर फिर से तैयार हो गया. आईआईटी रुड़की टीम के प्रोफेसर एसपी हर्ष ने जांच कर इसका परीक्षण किया. इस संपूर्ण जांच में विकास प्राधिकरण के सर्वेश गुप्ता (एई), अमरदीप (एक्सईएन), कोलकाता के इंजीनियर कौशिक विश्वास भी इस प्रक्रिया में मौजूद रहे. टीम द्वारा जांच की रिपोर्ट मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण को सौंपी जाएगी. वहां से एनओसी मिलने के बाद संचालन फिर से शुरू किया जाएगा. अनुमान है कि गुरुवार को संचालन प्रारंभ किया जा सकता है.